केरल: IUML नेता का दावा-स्कूलों में लड़के-लड़कियां का एक साथ बैठना खतरनाक
नई दिल्ली, 19 अगस्त: केरल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के महासचिव प्रभारी पीएमए सलाम ने को-एजुकेशन को लेकर बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की है। पीएमए सलाम ने दावा किया कि, लड़कों और लड़कियों को स्कूल की कक्षाओं में एक साथ बैठने की अनुमति देना 'खतरनाक' है। उनका ये बयान राज्य में जेंडर-न्यूट्रल एजुकेशन सिस्टम शुरू करने के राज्य सरकार के प्रयासों के बीच आया है।
केरल सरकार की जेंडर-न्यूट्रल पॉलिसी की आलोचना करते हुए पीएमए सलाम ने कहा कि, स्कूलों में लड़के और लड़कियों को साथ बैठाना बहुत खतरनाक है। लड़कियों और लड़कों को कक्षाओं में एक साथ बैठने की क्या आवश्यकता है? आप उन्हें क्यों मजबूर कर रहे हैं या ऐसे अवसर पैदा कर रहे हैं? इससे केवल समस्याएं ही होंगी। छात्र पढ़ाई से विचलित हो जाएंगे।
उन्होंने सरकार की न्यूट्रल जेंडर पॉलिसी पर हमला बोलते हुए कहा कि लैंगिक समानता एक धार्मिक मुद्दा नहीं बल्कि एक नैतिक मुद्दा है। सरकार लिंग भेदभाव को दूर करने के लिए छात्रों पर इस नीति को थोपने की कोशिश कर रही है। इससे छात्र पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की जगह गुमराह होंगे। आने वाले समस्याओं को देखते हुए हम सरकार से इस नीति को वापस लेने के लिए कहेंगे।
पीएमए सलाम ने कहा कि, छात्रों को पढ़ाई के प्रति जागरुक बनाने के लिए अलग-अलग बैठाकर पढ़ाई करानी चाहिए। इससे ही लड़के और लड़कियां अन्य मुद्दों की जगह अपने काम पर ध्यान दे सकेंगे।
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इससे पहले मुस्लिम संगठनों ने सरकार से राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में ' न्यूट्रल जेंडर विचारों को थोपने' के कदम से हटने को कहा था। उन्होंने वामपंथी नेतृत्व वाली सरकार पर शैक्षणिक संस्थानों में उदार विचारधारा को लागू करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।