Coronavirus: India Air Force का जंबो जेट C-17 मेडिकल सप्लाई के साथ रवाना होगा चीन
नई दिल्ली। भारत की तरफ से कोरोना वायरस से जूझते चीन को मदद की पहली खेप गुरुवार यानी 20 फरवरी को रवाना की जाएगी। इस जानकारी से भी बड़ी जानकारी यह है कि इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) की तरफ से मदद रवाना की जा रही है। चीन के लिए इस कदम को भारत सरकार का एक बड़ा राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य फैसला माना जा रहा है। आईएएफ का जंबो जेट 20 फरवरी को चीन के वुहान के लिए रवाना होगा। वेबसाइट द प्रिंट की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
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पीएम मोदी ने की थी मदद की पेशकश
इस जेट में क्रू के अलावा मेडिकल सप्लाई जैसे मास्क, दस्ताने, सर्जन कैप, फेस शील्ड, उच्च तकनीक वाले डीफाइब्रलेटर, इनफ्यूजन पम्प होंगे। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को मदद की पेशकश की थी। डीफाइब्रलेटर ऐसे मेडिकल डिवाइस होती हैं जो दिल की धड़कन को सामान्य करने के काम आती है। इनफ्यूजन पंप मरीज के शरीर में दवाईयां और तरल पदार्थों को नियंत्रित मात्रा में भेजने के काम आते हैं। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय, रसायन और उर्वरा मंत्रालय के तहत आने वाले फार्मास्यूटिकल्स डिपार्टमेंट और विदेश विभाग की तरफ से फैसला लिया गया था कि मेडिकल सप्लाई को जल्द से जल्द से चीन रवाना कर दिया जाए।
भारतीयों को भी निकालेगी IAF
सूत्रों की मानें तो न सिर्फ मेडिकल सप्लाई रवाना की जा रही है बल्कि वुहान में फंसे कुछ और भारतीयों को भी निकाला जाएगा। आईएएफ का जंबो जेट दुनिया का सबसे बड़ा और भारी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है। इंडियन एयरफोर्स के अलावा रॉयल एयरफोर्स, रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयरफोर्स, रॉयल कनैडियन एयरफोर्स, कतर, यूएई और नाटो की सेनाएं इसका प्रयोग करती हैं। बोइंग के सी-17 ग्लोबमास्टर को दुनिया का सबसे एडवांस्ड मिलिट्री एयरलिफ्ट और कार्गो एयरक्राफ्ट है। चार इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट 76,657 किलोग्राम का वजन ले जा सकने में सक्षम है। साइज में बड़ा होने के बावजूद यह किसी भी छोटी एयरफील्ड पर आसानी से लैंड कर सकता है।
सी-17 में समा सकते हैं छह हेलीकॉप्टर
इसका कॉकपिट पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से लैस है और इंटीग्रेटेड है। तीन क्रू वाले इस एयरक्राफ्ट में एक पायलट, को-पायलट और एक लोडमास्टर होता है। इसका एडवांस्ड कार्गो सिस्टम किसी भी तरह के मिशन में आसानी से ऑपरेट हो सकता है। यह 102 पैराट्रूपर्स या फिर 134 ट्रूप्स को ले जा सकता है। जमीन पर 134 ट्रूप्स आ सकते हैं तो साइड की सीट्स पर 54 ट्रूप्स को ले जाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें एक टैंक के अलावा छह हथियारबंद हेलीकॉप्टर तक आ सकते हैं। इसकी फ्यूल क्षमता 134,556 लीटर की है। भारत ने अमेरिका के साथ वर्ष 2010 में 10 सी-17 के लिए इसकी डील फाइनल की थी।
चीन में हो चुकी है 2004 लोगों की मौत
चीन में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 2004 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को नेशनल हेल्थ कमीशन की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है। मंगलवार को 136 लोगों की जान गई और बताया जा रहा है कि एक दिन में इस वायरस की वजह से यह मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा है। हुबेई में ही अकेले 132 लोगों की मौत हुई है। पूरे देश 1749 नए केस सामने आए जिसमें से 1693 केस अकेले हुबेई में हैं। इसके बाद अब देशभर में संक्रमित लोगों की संख्या 74,185 पर पहुंच गई है।