अगले 24 घंटों में देश के कई राज्यों में बिगड़ेगा मौसम, आ सकता है आंधी-तूफान, अलर्ट जारी
नई दिल्ली। पूरा देश इस वक्त कोरोना संकट से जूझ रहा है, तो वहीं देश के कई राज्यों में हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों बुरी तरह से परेशान कर दिया है , लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से सब्जियों को नुकसान पहुंच रहा है, तो वहीं स्काईमेट ने कहा है कि आने वाले दिनों में देश के कई राज्यों में अभी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, उसने अगले 24 घंटों के दौरान असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, केरल, तटीय कर्नाटक और अंडमान-निकोबार में बारिश के साथ कुछ स्थानों पर गरज के साथ भारी बौछारें गिरने का अनुमान जताया है।
अगले 24 घंटों में देश के कई राज्यों में बिगड़ेगा मौसम
जबकि उसका कहना है कि अगले 24 घंटों के दौरान आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगल और सिक्किम में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बौछारें गिर सकती हैं।
9 से लेकर 12 मई तक बारिश और वज्रपात के आसार
तो वहीं भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज खराब रहने की संभावना है, उसका कहना है कि देश में कई जगहों पर 9 से लेकर 12 मई तक बारिश और वज्रपात के साथ-साथ ओलावृष्टि होने के आसार हैं, और इस दौरान 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है।
भारी बारिश होने की आशंका
आईएमडी ने दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम , हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी ओडिशा, अंडमान व निकोबार , जम्मू कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक तमिलनाडु में भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की है तो वहीं राजस्थान और गुजरात के लोगों को भी आंधी का सामना कर पड़ सकता है, इस दौरान लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
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'चक्रवाती तूफान' पर असमंजस बरकरार
तो वहीं 'चक्रवाती तूफान' को लेकर वैज्ञानिकों का असमंजस बरकरार है, स्काईमेट का कहना है कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे अंडमान सागर पर बना सिस्टम अभी प्रभावी नहीं है और इसी वजह से यह तूफान का रूप धारण नहीं कर पाया है, मॉडन जूलियन ओषिलेशन के दायरे में कमी होने की वजह से बंगाल की खाड़ी पर बना सिस्टम अभी कमजोर पड़ गया है लेकिन अभी खतरा टला नहीं है, बता दें कि माडन जूलियन ओषिलेशन, एक महत्वपूर्ण मौसमी पहलू है जो कि मौसमी स्थितियों को चक्रवात के पक्ष में बनाने का काम करता है। फिलहाल अब तक की स्थितियों को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि 'चक्रवाती तूफान' कब तक बनेगा और किस दिशा में जाएगा।