आखिर क्यों भाजपा सलमान रुश्दी पर हुए हमले पर बोलने से बच रही, जानिए वजह
नई दिल्ली, 17 अगस्त। जिस तरह से एक टीवी डिबेट के दौरान पूर्व भाजपा नेता नूपुर शर्मा ने मोहम्मद साहब को लेकर विवादित बयान दिया था और उसके बाद उनके खिलाफ ना सिर्फ देश में बल्कि अरब देशों में भी विरोध हुआ था। भारतीय जनता पार्टी को उन्हें पार्टी से बाहर भी करना पड़ा था। ऐसे में भाजपा अब इस तरह के किसी भी विवाद में फंसने से बचना चाहती है। यही वजह है कि सलमान रुश्दी पर हाल ही में हुए हमले को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। पार्टी ने इस पूरे घटनाक्रम से खुद को अलग रखा है। हालांकि सीपीआईएम और कांग्रेस पार्टी ने इस हमले का विरोध किया है। लेकिन इसके अलावा ज्यादातर राजनीतिक दलों ने खुद को इस घटना से दूर ही रखा है और किसी भी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की है।
पहली बार भारत में लगा था प्रतिबंध
दरअसल राजीव गांधी की सरकार के दौरान सलमान रुश्दी की किताब द सैटेनिक वर्सेस को 1988 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। भारत पहला देश था जिसने इस किताब पर प्रतिबंध लगाया था। यह उपन्यास इसलिए विवादों में आया था क्योंकि इसमे इस्लाम और मोहम्मद साहब का अपमान करने का आरोप था। द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के तकरीबन आधा दर्जन नेताओं से सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर बयान लेने की कोशिश की गई। लेकिन भाजपा नेताओं का कहना था कि इसपर जो कुछ कहना है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर कहेंगे।
विदेश मंत्री ने दिया था बयान
गौर करने वाली बात है कि सलमान रुश्दी पर हुए हमले पर एस जयशंकर ने कहा था कि मैंने भी इस घटना के बारे में पढ़ा है, यह ऐसी घटना है जिसपर दुनिया की नजर गई है, दुनिया ने इस हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल नूपुर शर्मा ने मोहम्मद साहब को लेकर जिस तरह की टिप्पणी की थी उसकी दुनियाभर में काफी आलोचना हुई थी। सबसे अधिक अरब देशो में उनका विरोध हुआ था। यहां तक कि इन देशों ने इस मुद्दे को भारत सरकार के साथ भी उठाया था। जिसके बाद जून माह में नूपुर शर्मा को भाजपा से सस्पेंड कर दिया गया। उन्हें पार्टी ने प्रवक्ता के पद से भी हटा दिया था।
भाजपा विवाद से रहना चाहती है दूर
एक भाजपा नेता ने बताया कि नूपुर शर्मा का विवाद फिलहाल खत्म हो गया है और अब पार्टी इस तरह के किसी नए विवाद में नहीं फंसना चाहती है। जब विदेश मंत्री से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसपर टिप्पणी की है। लिहाजा भाजपा इसपर बोलने से बच नहीं रही है। लेकिन हमे नहीं लगता है कि इस समय पर हमे इसपर कुछ बोलने की जरूरत है। हालांकि विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने इसपर मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, सलमान रुश्दी पर हमला स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति पर हमला है, इसे रोकना होगा और इसको हराना होगा।