पुलिस का फरमान, आधार कार्ड से मैच होंगे फिंगर प्रिंट तभी मिलेगी यूनिवर्सिटी में एंट्री
भले ही आपको रजिस्ट्रेशन के बाद बार कोड वाला एंट्री पास मिल गया है, लेकिन सिर्फ यह पास ही आपको वेन्यू के अंदर प्रवेश नहीं दिला पाएगा। प्रवेश पाने के लिए आपका अपने फिंगरप्रिंट भी देने होंगे।
नई दिल्ली। उस्मानिया यूनिवर्सिटी में 26 अप्रैल को होने वाले शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तो करना अनिवार्य है ही, लेकिन इसके साथ ही आपको एक और काम करना होगा। भले ही आपको रजिस्ट्रेशन के बाद बार कोड वाला एंट्री पास मिल गया है, लेकिन सिर्फ यह पास ही आपको वेन्यू के अंदर प्रवेश नहीं दिला पाएगा। प्रवेश पाने के लिए आपका अपने फिंगरप्रिंट भी देने होंगे, जो आधार कार्ड के बायोमीट्रिक डेटा से मैच करना चाहिए।
रिपोर्ट हैं कि कुछ छात्र कार्यकर्ताओं का समूह और राजनीतिक पार्टियां विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं। इसकी के चलते पुलिस ने फिंगरप्रिंट स्कैनर लगाने की सोची है, जिससे सिर्फ सही व्यक्ति ही वेन्यू में जा सकें। फिंगर प्रिंट देने से सिर्फ वीआईपी अधिकारियों को छूट दी जाएगी। इनके अलावा सभी पुराने छात्रों, अध्यापक-अध्यापिकाएं, अन्य स्टाफ और छात्रों को वेन्यू में प्रवेश पाने के लिए फिंगरप्रिंट देने होंगे। ये भी पढ़ें- सीएम योगी आदित्यनाथ के तीन तलाक बयान पर देवबंदी उलेमा खफा
सुरक्षा में लगे हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई बार बवाल करने वाले कुछ लोग दूसरों का एंट्री पास लेकर वेन्यू में घुस जाते हैं और बाद में बवाल खड़ा करते हैं। फिंगर प्रिंट मशीन लगाकर पुलिस इस तरह के लोगों से ही निपटना चाहती है, ताकि वेन्यू में सिर्फ सही लोग भी जाएं। वेन्यू में प्रवेश के हर गेट पर एक पुलिस अधिकारी फिंगर प्रिंट स्कैनर मशीन लेकर खड़ा रहेगा, सिवाय वीआईपी गेट के। इन स्कैनर्स के जरिए व्यक्ति के फिंगर प्रिंट को आधार डेटाबेस की जानकारी से मैच किया जाएगा।