कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: 'अशोक गहलोत को आलाकमान से 'बेवफाई' की मिली सजा', दिग्विजय सिंह की एंट्री पर BJP का तंज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आधिकारिक रूप से ऐलान कर दिया है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि वे शुक्रवार को नामांकन करेंगे। इसको लेकर भाजपा ने कटाक्ष किया है।
नई दिल्ली, 29 सितंबर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आधिकारिक रूप से ऐलान कर दिया है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि वे शुक्रवार को नामांकन करेंगे। इसको लेकर भाजपा ने कटाक्ष किया है। कहा कि क्या कोई मानता है फिक्स मैच चुनाव है। इससे पहले शशि थरूर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे, अब दिग्विजय सिंह आ गए हैं। वहीं अशोक गहलोत अभी तक नामांकन फॉर्म जमा नहीं किया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सोनिया गांधी से मुलाकात की। बैठक के बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। इससे पहले भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पूछा था कि क्या अशोक गहलोत को आलाकमान से 'बेवफाई' के कारण बाहर बैठने के लिए कहा गया है और दिग्विजय सिंह को अंदर आने के लिए कहा गया है। क्या अशोक गहलोत अब अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाएंगे या गांधी परिवार उनसे नाराज है?
मुकुल वासनिक से की थी मुलाकात
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख कल है और यह स्पष्ट हो गया है कि अशोक गहलोत चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे पहले अशोक गहलोत ने जोधपुर हाउस में एआईसीसी महासचिव मुकुल वासनिक से मुलाकात की थी। वहीं केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने केरल हाउस में तारिक अनवर से मुलाकात की थी।
नहीं लड़ेंगे अध्यक्ष का चुनाव
पंजाब में सत्ता गंवा चुकी कांग्रेस अब राजस्थान में भी पार्टी की गुटबाजी में घिरती हुई नजर आ रही है। तीन दिन पहले तक जहां माना जा रहा था कि अशोक गहलोत कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनेंगे और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, वहीं अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। अशोक गहलोत मुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे और अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
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