कर्नाटक: दलित युवक ने पुलिस पर लगाया बदसलूकी का आरोप, कहा- पानी मांगने पर पिलाया गया पेशाब
कर्नाटक के चिकमंगलूर में एक दलित युवक ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है। युवक ने कहा कि गोनीबीड़ू पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर ने उसे थाने में जमकर पीटा और जब उसने पानी मांगा तो उसे जबरन पेशाब पिलाया गया।
बेंगलुरु, 23 मई। कर्नाटक के चिकमंगलूर में एक दलित युवक ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है। युवक ने कहा कि गोनीबीड़ू पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर ने उसे थाने में जमकर पीटा और जब उसने पानी मांगा तो उसे जबरन पेशाब पिलाया गया। युवक ने मामले की शिकायत प्रदेश के डीजीपी से की है। वहीं, चिकमंगलूर के एसपी का कहना है कि युवक की शिकायत पर आरोपी सब-इस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी विभागीय जांच के आदेश दिये गए हैं।
क्या
था
पूरा
मामला
गोनीबीड़ू
पुलिस
थाना
क्षेत्र
के
पुनीत
नामक
दलित
व्यक्ति
ने
कहा
कि
वह
एक
महिला
से
बात
कर
रहा
था
जिसपर
गांव
वाले
नाराज
हो
गए
और
उन्होंने
पुलिस
में
इसकी
शिकायत
की।
पुलिस
ने
गांववालों
की
मौखिक
शिकायत
पर
उसे
10
मई
को
हिरासत
में
ले
लिया।
पुलिस
जब
उसे
थाने
लाई
तो
उसके
हाथ
पैर
बांध
दिए
गए
और
उसकी
जमकर
पिटाई
की।
इसके
बाद
पानी
मांगने
पर
दारोगा
ने
एक
दूसरे
आरोपी
को
बुलाकर
मुझ
पर
पेशाब
करने
के
लिये
कहा।
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दलित युवक ने आगे कहा, 'गांव वालों से बचने के लिए मैंने ही पुलिस को बुलाया था लेकिन पुलिस ने उल्टा मुझे ही हिरासत में ले लिया। उन्होंने मेरी पिटाई की और जबरन पेशाब पिलाया। उन्होंने मुझे पीटते हुए दलित समुदाय को गाली भी दी।'
पुनीत ने अपने साथ थाने में हुई बदसलूकी के लिए राज्य के गृह मंत्री, डीजीपी और मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है। डीजीपी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए हैं।