छत्तीसगढ़ में पूरी नहीं हुई रमन सिंह की आस, अबकी बार कांग्रेस की भूपेश सरकार
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस का बहुमत मिलता नजर आ रहा है। अब तक के रुझानों के अनुसार,कांग्रेस 48 सीट पर आगे है वहीं भाजपा 26 और बसपा 4 सीट पर और एक सीट पर अन्य उम्मीदवार आगे हैं। अगर बीजेपी यह चुनाव हार जाती है तो 15 साल के बाद पहली बार बीजेपी सत्ता से बेदखल होती नजर आएगी।
रमन सिंह की आस पूरी होती नजर नहीं आ रही
रुझानों के मुताबिक रमन सिंह की आस पूरी होती नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस के मैदान मारने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पाटन के हाथ में मध्य प्रदेश की कमान दी जाएगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर कुल 1269 प्रत्याशी मैदान में हैं और कुछ ही घंटों में उनके भाग्य का फैसला हो जाएगा। कई प्रत्याशी मंदिरों में पूजा-पाठ कर मतगणना स्थल पर पहुंचे।
हारे तो बढ़ जाएगी मुश्किल
डॉ. रमन सिंह अगर सत्ता से बाहर होते हैं तो उनकी मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। दरअसल, नागरिक आपूर्ति निगम(नान) में घोटाले को लेकर कांग्रेस काफी मुखरता से हल्ला मचाती आई है और अगर कांग्रेस सरकार बनाती है तो इस मामले में घोटाले की जांच भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो, आर्थिक अपराध शाखा और सीबीआई से कराएगी।
साल 2003 से सत्ता में रमन सिंह
साल 2003 में छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का पतन हुआ और भारतीय जनता पार्टी के नेता रमन सिंह मुख्यमंत्री के तौर पर उभरे। इसके बाद लगातार 15 साल तक इस शख्स ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।बीजेपी ने उन्हें 1999 में राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया। सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया और अटल सरकार में मंत्री बने। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 2003 में उन्होंने पार्टी को बहुमत से जीत दिलवाई।
कौन हैं रमन सिंह:
15 साल से नक्सल प्रभावित इलाके की कमान संभाल रहे 66 साल के रमन सिंह पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं। वह लगातार बहुमत के साथ राज्य में जीत दर्ज करते आए।रमन सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनसंघ के युवा सदस्य के तौर पर की थी।