कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता हटाए जाने के बाद केंद्र ने कुंभ मेले की समीक्षा के लिए भेजी टीम
नई दिल्ली। हरिद्वार में कुंभ मेला 1 अप्रैल से शुरू होने वाला है। कोरोना महामारी के बीच लग रहे इस कुंभ मेले में देश ही नहीं विदेश से भी भक्त गंगा नदी में डुबकी लगाने आएंगे। ऐसे में प्रदेश सरकार कुंभ मेले को लेकर कई सख्त नियम बनाए हैं। वहीं अब हेल्थ मिनिस्ट्री ने हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले के लिए सार्वजनिक स्थान पर स्वास्थ्य सुविधाओं समेत अन्य प्रबंधों की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय टीम भेजी है।
Recommended Video
सीएम ने कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता हटाई
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हरिद्वार में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले कुंभ मेले के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए तीन सदस्यीय विशेषज्ञ दल को रवाना किया है। केंद्रीय टीम का ये दौरा उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत की टिप्पणी के मद्देनजर महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा था कि कुंभ मेले में आने वाले लोगों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देना आवश्य नहीं होगा।
पूर्व में कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी
ध्यान रहे कुछ दिनों पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में कोरोना के मद्देनजर प्रदेश सरकार द्वारा एक गाइडलाइन जारी की गई थी। जिसमें ये कहा गया था कि कुंभ मेले में आने वाले लोगों को कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा।
हर दिन 1 मिलियन लोगों के कुंभ मेले में पहुंचने की है उम्मीद
बता दें राज्य सरकार को उम्मीद है कि हर दिन कम से कम 1 मिलियन लोग शामिल होंगे और विशेष शुभ दिनों में 5 मिलियन लोगों के एकत्र होने की संभावना है। केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई टीम का नेतृत्व नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के निदेशक डॉ एसके सिंह करेंगे और इसमें अतिरिक्त निदेशक डॉ एसके जैन और डिप्टी डायरेक्टर डॉ मीरा धुरिया सदस्य शमिल हैं। केंद्रीय टीम कुंभ मेला स्थल पर मानक संचालन प्रक्रिया के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगी। ये टीम महीने भर पहले अपनी लॉस्ट विजिट के दौरान राज्य सरकार को दी गई क्षेत्र स्तर की सिफारिशों के कार्यान्वयन की भी समीक्षा करेगी।
कुंभ मेला 2021: कुंभ मेले में इसके बिना नहीं मिलेगी एंट्री, उत्तराखंड सरकार ने जारी की एसओपी