जनगणना 2011- ग्रामीण भारत देता है 4.6 फीसद इनकम टैक्स
नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को जाति पर आधारित जनगणना के कुछ हिस्सों को जारी किया। इसकी कुछ खास बातों को आप भी जान लीजिए। जैसे कि जाति पर आधारित ये पहली जनगणना है। इससे पहले इस तरह की जनगणना साल 1932 में की गई थी।
इनकम टैक्स देने वाले
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा जारी इस जनगणना की एक खास बात ये भी सामने आई कि ग्रामीण भारत के सिर्फ 4.6 फीसद ही लोग इनकम टैक्स देते हैं। देश में शहरी-ग्रामीण 24.39 करोड़ परिवार हैं। इनमें से सिर्फ 1.11 फीसद परिवार सरकारी नौकरियों को करते हैं।
कितने फ्रीज
जनगणना की जानकारी के अनुसार, 11 फीसद ग्रामीणों के पास फ्रीज हैं। 20.69 ग्रामीण परिवारों के पास कोई वाहन या मछली पकड़ने वाली नाव है। 94 फीसद ग्रामीणों के पास अपनी छत है। इनमें से 54 फीसद के पास 1 या दो कमरे के घर हैं।
घटती सरकारी नौकरियां
ग्रामीण भारत में रहने वाले सिर्फ पांच फीसद लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं। 3.57 फीसद प्राइवेट नौकरी करते हैं। जनगणना के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए शिक्षाविद् मकसूद अहमद ने कहा कि सरकारी नौकरियों का गांवों में कम होना चिंता की बात है। सरकार को इस तरफ सोचना होगा।