ओडिशा विजिलेंस के इतिहास में अबतक की सबसे बड़ी छापेमारी, इंजीनियर का इतना सोना, कैश और संपत्ति जब्त
कटक, 28 मार्च: ओडिशा के विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के एक मामले में अबतक की सबसे बड़ी रकम की बरामदगी की है। यह कार्रवाई रूरल वर्क्स डिपार्टमेंट के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर के खिलाफ की गई है और अभी तक अवैध तरीके से उनकी जमा की हुई पूरी संपत्ति का हिसाब नहीं लगाया जा सका है, क्योंकि कई बैंक खातों और लॉकर्स की पड़ताल जारी है। यह कार्रवाई पिछले चार दिनों से चल रही है और मार्च महीने में ठेकेदारों से कमीशनखोरी में मोटी रकम वसूले जाने की खबर मिलने के बाद विजिलेंस ने उनके खिलाफ जाल बिछाया था और आखिरकार वे उसमें बुरी तरह से फंस चुके हैं।
अभी पूरी नहीं हुई है विजिलेंस की कार्रवाई, बढ़ती जा रही है संपत्ति
ओडिशा विजिलेंस ने अपने इतिहास में भ्रष्टाचार के खिलाफ अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सुपरिटेंडिंग इंजीनियर के कब्जे से करोड़ों की संपत्ति जब्त की है और यह कार्रवाई आगे भी चल रही है। जो चीजें बरामद की गई हैं, उसमें कैश, सोने के सिक्के, जेवरात और बैंकों में जमा रकम आदि शामिल हैं। इसके अलावा मकान और जमीन का भी पता चला है। इतना ही नहीं है, अभी विजिलेंस विभाग की कार्रवाई जारी है और बरामद होने वाली ये संपत्ति और बढ़ सकती है। ओडिशा विजिलेंस के मुताबिक 'आशीष कुमार दास के ठिकानों से इसके अलावा (बरामद कैश और सोने के अलावा) 4 करोड़ रुपये से ज्यादा के बैंक एफडी, सेविंग्स, बीमा आदि के बारे में पता चला है। कई बैंक खातों की जांच होनी अभी बाकी है और 2 बैंक लॉकर की तहकीकात भी होनी है।' विजिलेंस ने कहा है कि 'यह संपत्ति आगे और बढ़ सकती है।'
ओडिशा विजिलेंस के इतिहास में सबसे ज्यादा रकम बरामद
दरअसल, ओडिशा विजिलेंस ने इस कार्रवाई के बारे में जो जानकारी दी है उसके अनुसार, 'ओडिशा विजिलेंस ने सुपरिटेंडिंग इंजीनियर,रूरल वर्क्स, मल्कानगिरी आशीष कुमार दास के ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसमें शांतिवन, बेलागछिया, त्रिशुलिया और कटक से कुल 1.36 करोड़ कैश (ओडिशा विजिलेंस के इतिहास में सबसे ज्यादा) और 1.2 किलो सोना की बरामदगी शामिल है।' ओडिशा के नक्सल प्रभावित मल्कानगिरी जिले में तैनात इंजीनियर के पास इतनी बड़ी बरामदगी प्रदेश में बहुत बड़ी चर्चा का विषय बन गया है। विजिलेंस की टीम पिछले चार दिनों से आशीष कुमार दास की काली कमाई और उससे जमा की गई अकूत संपत्ति का पता लगाने में जुटी हुई है।
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25 मार्च से चल रही है छापेमारी
बता दें कि पिछले 25 तारीख को ओडिशा विजिलेंस को भनक लगी थी कि सुपरिटेंडिंग इंजीनियर आशीष कुमार दास लाखों रुपये कैश के साथ कहीं निकल रहे हैं। जब विजिलेंस विभाग के अफसरों ने उन्हें रोका और उनके सामानों की तलाशी ली तो 10.23 लाख रुपये से ज्यादा कैश बरामद हुए। इसके बाद ही विजिलेंस ने उनके खिलाफ छापेमारी का दायरा बढ़ाया और उनसे जुड़े ठिकानों पर अपनी टीमें भेजकर छानबीन शुरू कर दी तो अबतक करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। अभी तक की जांच में दास और उनके परिवार वालों के नाम पर 12 बैंक खातों की जानकारी मिली है।
'मार्च लूट' में सामिल थे इंजीनियर दास ?
अभी तक की जांच में उनके पास कटक में एक घर, बारिपल में जमीन का भी पता चला है। मल्कानगिरी के विजिलेंस यूनिड के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट शुसांत कुमार बिस्वाल ने पहले जानकारी दी थी कि आरोपों के मुताबिक इंडजीनियर ने ठेकेदारों से मार्च महीने में उनके बिल पास करने के लिए कमीशन के तौर पर मोटी रकम ली है और वह इसे बैंकों में जमा करने की सोच रहे थे या फिर कहीं बाहर भेजे जाने के फिराक में थे। दास की गतिविधियां पहले से ही संदिग्थ थीं, इसलिए उन्हें ट्रैक किया जा रहा था।