J&K: Article 370 हटने के करीब 5 महीने बाद आतंकियों के बीच ही छिड़ी है जंग, जानिए वजह
नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों के बीच आपस में ही जमकर लड़ाई चल रही है। आलम ये है कि पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं को उन्हें आपस में तालमेल बिठाए रखने का हुक्म देना पड़ रहा है। घाटी में पाकिस्तान परस्त जिन आतंकी संगठनों के आपस में उलझने की चर्चा है, उनमें हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठन शामिल हैं, जिनके हैंडलर पाकिस्तान या पाकिस्तान की कब्जे वाली कश्मीर से लगातार उन्हें तालमेल के साथ काम करने के निर्देश भेज रहे हैं। जानकारी के मुताबिक आतंकवादी संगठनों के बीच अपने-अपने दबदबे वाले इलाके को लेकर खींचतान चल रही है।
आपस में ही उलझ रहे हैं आतंकी संगठन
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठनों के बीच आपस में ही जबर्दस्त कलह मचे होने की खबरें हैं। आतंकवादी गुटों में जारी इस तरह की आपसी लड़ाई की जानकारी आर्टिकल-370 हटाए जाने के करीब 5 महीने बाद सामने आ रही है। दरअसल, 5 अगस्त को पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने से पहले ही सरकार ने कानून-व्यवस्था बहाल रखने के लिए घाटी में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती कर दी थी। इसका असर ये हुआ है कि प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने में सुरक्षा एजेंसियों को बहुत बड़ी मदद मिली है, लेकिन अब इसका असर इस रूप में सामने आ रहा है कि भारी दबाव में आतंकवादी आपस में ही भिड़ने लगे हैं।
पाकिस्तानी आकाओं के होश उड़े
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक घाटी में मौजूद हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के दहशतगर्दों के बीच कई मसलों पर भारी विवाद है। इसके चलते एलओसी के पार बैठे इन आतंकी संगठनों के आकाओं की भारी फजीहत हो रही है। जानकारी के मुताबिक बौखलाए पाकिस्तानी आतंकवादी आकाओं ने कश्मीर में मौजूद आतंकी संगठनों को हिदायत दी है कि वे अपने ऑपरेशन्स में हर हाल में तालमेल बनाए रखें। आतंकी आकाओं ने हिजबुल और जैश से जुड़े अपने गुर्गों से ये सुनिश्चित करने को कहा है कि वो अपना काम मिलकर करें और एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने वाले काम न करें। इस तरह के निर्देश हिजबुल-जैश के आतंकियों के अलावा लश्कर के दहशतगर्दों को भी मिले हैं।
आपस में क्यों उलझ रहे हैं हिजबुल-जैश और लश्कर?
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इन आतंकी संगठनों के बीच कई मसलों पर आपस में भारी विवाद है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 'दबदबे वाले इलाके और ऑपरेशनल मामलों समेत कई स्थानीय मुद्दों को लेकर उनके बीच मतभेद है। हैंडलर्स को बीच में कूदना पड़ा है और आतंकवादियों से कहना पड़ा है कि वे अपने टारगेट पर ध्यान लगाएं।' इस बीच घाटी में सुरक्षा बलों का आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हाल ही में कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में जलुरा इलाके में हिजबुल के 5 आतंकी देखे गए थे। इसी तरह मानसबल इलाके में भी विदेशी आतंकी नजर आए थे। दरअसल, पाकिस्तानी आतंकी संगठन ठंड के महीनों में भी आतंकवादी गतिविधियां जारी रखना चाहते हैं, जबकि भारी बर्फबारी की वजह से ठंड में आमतौर पर इसमें दिक्कत आने लगती है।