भारत में स्वाइन फ्लू के इस साल 27 हजार से ज्यादा केस सामने आए, सर्वाधिक मौतों में गुजरात दूसरे नंबर पर
गांधीनगर/नई दिल्ली। स्वाइन फ्लू (H1N1) के देश में इस साल एक सितंबर तक 27,000 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। यहां राजस्थान सबसे ज्यादा 5,052 मामलों के साथ पहले, जबकि 4,832 मामलों के साथ गुजरात दूसरे नंबर पर है। इन दो राज्यों में स्वाइन फ्लू की वजह से क्रमश 206 एवं 149 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बार स्वाइन फ्लू के प्रभावितों में गुजरात देश में दूसरे नंबर पर आ गया, जबकि 2018 में यह तमिलनाडु (2,812), महाराष्ट्र (2,593), और राजस्थान (2,375) के बाद चौथे नंबर पर था। वर्ष 2019 में 20 फरवरी को एक रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि गुजरात में स्वाइन फ्लू से 74 लोगों की मौत हुई थी। बाद में मौतों का ताजा आंकड़ा एक सितंबर को सामने आया, जिसमें यहां 149 लोगों की मौत की पुष्टि की गई।
2018 की तुलना में गुजरात में इस बार प्रकोप ज्यादा
केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वैसे तो स्वाइन फ्लू के सबसे अधिक मरीज राजस्थान में सामने आए हैं। किंतु, गुजरात भी राजस्थान से ज्यादा पीछे नहीं है। गुजरात में दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के मुकाबले स्वाइन फ्लू के काफी ज्यादा मरीज पाए गए।
मरीजों की संख्या 40 फीसदी अधिक रही
इस रोग के चलते जनवरी माह में देश में 170 से अधिक लोगों की मौत हुई। गत वर्ष की तुलना में राजस्थान और गुजरात में इनकी संख्या चालीस फीसदी अधिक रही। राजस्थान में इस रोग के चलते जनवरी 2019 तक 75 और गुजरात में अब तक 31 लोगों की मौत हुई।
देश में 2018 में 15,226 केस सामने आए थे
स्वाइन फ्लू के मरीजों की कुल संख्या की बात करें तो 2019 में 2018 की तुलना में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है। 2018 में पूरे वर्ष 15,226 मामले ही सामने आए थे। जबकि, 2019 में फिर से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ी। जो कि 27,505 पहुंच गई। इनमें से 1137 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
सरकार नहीं कर पाई स्वाइन फ्लू को काबू
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में 10 फरवरी को बताया गया कि देश में स्वाइन फ्लू से 9000 से ज्यादा पीड़ित हैं। तब तक 312 लोगों की मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद इस रोग पर काबू नहीं पाया जा सका और सितंबर आने तक मौतों की संख्या 1 हजार से भी ज्यादा हो गई।