दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट पहुंची 2 प्रतिशत के करीब, 2900 से ज्यादा ICU बेड खाली
नई दिल्ली, 26 मई: देश में जब कोरोना महामारी की दूसरी लहर आई, तो राजधानी दिल्ली भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुई। जिस वजह से अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां कम पड़ने लगीं। हालांकि केंद्र और राज्य सरकार की कड़ी मेहनत के बाद अब हालात सुधर रहे हैं। साथ ही पॉजिटिविटी रेट में भी काफी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि कोरोना से ठीक हो रहे मरीजों में ब्लैक फंगस का खतरा अभी भी बरकरार है।
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मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 2.1% है। एक वक्त ऐसा भी था, जब पॉजिटिविटी रेट 36% था, जो अब 2% हो गया है। इसके चलते अभी दिल्ली में ICU के कुल 6,800 बेड में से 2,900 बेड खाली हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने जो लॉकडाउन लगाया था, उससे कोरोना के मामले और पॉजिटिविटी रेट दोनों ही कम हुए हैं।
वहीं ब्लैक फंगस पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि 23 मई को दिल्ली में इसके 200 से ज्यादा मामले सामने आए थे। ऐसे में कुल केस की संख्या करीब 600 हो गई है। इसमें से कुछ मरीज दिल्ली के हैं और कुछ बाहर से आए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने एक राहत भरी खबर भी दी, जहां 24 और 25 मई को इसके मामलों में गिरावट आई है।
सीएम
ने
कही
ये
बात
वहीं
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
ने
कहा
कि
दिल्ली
में
बुधवार
से
ड्राइव
थ्रू
वैक्सीनेशन
सेंटर
शुरू
हुआ
है।
इससे
लोगों
को
काफी
मदद
मिलेगी
और
आने
वाले
दिनों
में
इसी
तरह
के
और
भी
सेंटर
खुलने
वाले
हैं।
दिल्ली
में
वैक्सीन
की
कमी
हो
गई
है
तो
मैं
उम्मीद
करता
हूं
कि
केंद्र
सरकार
द्वारा
हमें
जल्द
ही
वैक्सीन
मिलेगी।
उन्होंने
कहा
कि
द्वारका
में
वैक्सीन
अंडर
प्रिविलेज
के
लिए
फ्री
है।
विदेशी
कंपनी
मॉर्डना-फाइजर
दोनों
ने
ही
बोला
है
कि
उनकी
वैक्सीन
बच्चों
के
लिए
सुरक्षित
है,
लेकिन
इस
वैक्सीन
को
हमारे
देश
में
इस्तेमाल
करने
की
इजाजत
अभी
नहीं
मिली
है।
इसमें
अब
केंद्र
सरकार
को
देरी
नहीं
करनी
चाहिए।