छत्तीसगढ़: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बेरोजगारी के आंकड़ों पर उठाया सवाल, कांग्रेस ने दिया यह जवाब
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने राष्ट्रीय लेबर फोर्स सर्वे की रिपोर्ट के हवाले से छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी बढ़ने की बात कही है। कांग्रेस ने इसका जवाब भी दिया है।
छत्तीसगढ़ में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बेरोजगारी के आकंड़ो को लेकर बहस छिड़ गई है। राष्ट्रीय लेबर फोर्स सर्वे की रिपोर्ट के हवाले से छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी बढ़ने की बात कही है,तो वही कांग्रेस ने इसे गलत संदर्भ में पेश करने का आरोप लगाया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार घट रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है और मुख्यमंत्री बेरोजगारी खत्म होने का ढिंढोरा पीटते हैं। एक तरफ देश में रोजगार बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में रोजगार घट रहे हैं। देश विकास कर रहा है, छत्तीसगढ़ पिछड़ रहा है। देश आर्थिक महाशक्ति बन गया है और कांग्रेस सरकार की कुनीतियों के कारण छत्तीसगढ़ कर्ज के बोझ तले दबे गया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार इसलिए घटा है और बेरोजगारी बढ़ी है क्योंकि युवा पीढ़ी को रोजगार नसीब नहीं है। कुछ युवा अवसाद में मृत्यु को गले लगा रहे हैं तो कुछ युवा गलत रास्ते पर जा रहे हैं। यह सरकार छत्तीसगढ़ के लिए एक त्रासदी सिद्ध हुई है।
इधर नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेता आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण PLFS की ताजा रिपोर्ट को प्रदेश के संदर्भ में गलत प्रस्तुत कर रहे है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार भी अन्य राज्यों की अपेक्षा आज भी छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है। बल्कि इस रिपोर्ट ने रोजगार के संबंध में मोदी सरकार की नाकामियों को उजागर किया है। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण PLFS के निष्कर्षो के मुताबिक ग्रामीण और शहरी भारत दोनो में 1972 के बाद बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है। इसका सीधा अर्थ है मोदी सरकार देश के लोगों को रोजगार उपलब्ध करा पाने में पूरी तरह असफल साबित हुई है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आगे कहा कि जब 2018 में बीजेपी की सरकार छत्तीसगढ़ में थी, तब छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 22 फीसदी थी। आज छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर आधा फीसदी से भी कम है, जो देश में सबसे कम है।
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