छत्तीसगढ़: हसदेव अरण्य बचाने के मैदान में उतरी आप, पेड़ो की कटाई ना रोकने पर करेगी सीएम हाउस का घेराव
अंबिकापुर, 13 मई। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में फैले हसदेव अरण्य को बचाने के लिए आदिवासी लगातार विरोध कर रहे है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओ ने कोयला खनन के लिए हसदेव अरण्य में पेड़ो की कटाई के विरोध में बड़ा प्रदर्शन किया।
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कोयला खदान को मंजूरी देने के होंगे विनाशकारी परिणाम
इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओ ने कहा कि पर्यावरण विशेषज्ञों की चेतावनी के बाद भी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने परसा कोयला खदान को मंजूरी दे दी है। यह कोयला खदान दूसरे कांग्रेसी राज्य राजस्थान को आवंटित किया गया है। आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेन्डी ने कहा कि सरकार के कहने पर ही भारत सरकार की संस्था वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने हसदेव अरण्य का अध्ययन कर बीते साल ही रिपोर्ट सौंपी है। डब्लू आई आई ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा था कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला खदान को मंजूरी देने के विनाशकारी परिणाम होंगे, जिसे रोक पाना असंभव होगा।
राहुल गांधी भूले अपना वादा: कोमल हुपेंडी
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि हसदेव अरण्य के गांव में ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार आई, तो वह आदिवासियों के साथ खड़े रहेंगे और कोयला खदान नहीं खुलने देंगे,लेकिन छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद सब कुछ भूलकर खदानों को स्वीकृति देना शुरु कर दिया गया है। राहुल गांधी दूसरे चुनावी राज्यो में ऐसे ही वादे कर रहे है ,यह बेहद गलत है।
कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी बार-बार अपने भाषणों में भाजपा की केंद्र सरकार को अडानी अंबानी की सरकार कहकर उल्लेख करते रहे हैं, लेकिन यह दिलचस्प है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही अपना कोयला खदान एमडीओ के आधार पर अडानी को सौंप दिया है। राजस्थान सरकार को जो परसा कोयला खदान सौंपा गया है, कांग्रेस पार्टी की राजस्थान सरकार ने इस परसा खदान को भी एमडीओ का अनुबंध कर के पूरी तरह अडानी कंपनी को सौंप दिया है।
जंगलों के नष्ट होने से होगी तापमान में वृद्धि: प्रियंका शुक्ला
आप प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला ने बताया कि वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मध्यभारत का फेफड़ा कहे जाने वाले हसदेव अरण्य के इलाके में नये खदान की स्वीकृति से जंगल का विनाश तो होगा ही, जंगल में रहने वाले हाथी, बाघ, तेंदुआ, भालू जैसे जानवरों का भी जीवन संकट में आ जाएगा और साथ ही हाथी मानव संघर्ष तेज हो जायेगा। इसी रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम की मार झेल रहे मध्य भारत के सबसे घने जंगलों के नष्ट होने से तापमान में वृद्धि होगी और पानी संकलन में कमी के सूखा पड़ने की आशंका है।
21 मई को आप करेगी सीएम हाउस घेराव
आप नेताओ ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को तत्काल परसा ग्राम की फर्जी ग्राम सभा की जांच करवाने के साथ वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट पर संज्ञान लेकर हसदेव अरण्य में पेड़ कटाई बंद करवानी चाहिए। इसके अलावा राज्य के पांचवी अनुसूचित इलाके का नियम का पालन करवाना चाहिए। अगर सरकार हमारी इन तीन मांगो को नहीं मानती है, तो आम आदमी हर स्तर पर संघर्ष करेगा। भूपेश सरकार को इन सारे तथ्यों को संज्ञान में लेकर आदिवासियों की मांगो को पूरा करना चाहिए। यदि सरकार आम आदमी की आवाज को गंभीरता से नहीं लेगी ,तो 21 मई 2022 को पार्टी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी।
आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष कोमल हुपेंडी की अगुवाई में आप के प्रदेश कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह,सचिव संगठन विस्तार गोपाल साहू,प्रदेश यूथ विंग अध्यक्ष तेजेंद्र तोडकर,प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला, सह संगठन मंत्री अधिवक्ता दिव्य प्रकाश यादव,अम्बिकापुर के जिला संयोजक अधिवक्ता कुंज बिहारी पैकरा, राजदीप शर्मा, आज़म मिर्ज़ा, बिलासपुर के संतोष बंजारे, दिनेश अनंत, खगेश केवट समेत कई नेताओ ने हसदेव के आंदोलन में अपना समर्थन देते हुए आम लोगो के साथ प्रदर्शन करते हुए आश्वस्त किया कि आम आदमी पार्टी सदैव हर स्थिति में लड़ने को तैयार है।
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