छत्तीसगढ़ हेलीकॉप्टर क्रैश मामला, दुर्घटना से पहले 5 बार हेलीकॉप्टर बजा चुका था खतरे का सायरन !
Chhattisgarh helicopter crash case, before the accident, the helicopter had sounded the siren of danger 5 times
रायपुर, 13, मई। स्वामी विवेकानंद अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार देर रात छत्तीसगढ़ सरकार का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में दो विमान चालकों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 16 साल पुराना यह यह हैलीकॉप्टर अपनी तकनीकी खराबियों के कारण खतरे की घंटी बन चुका था। कई दफा यह हैलीकॉप्टर उड़ानों के दौरान खराबी प्रदर्शित कर चुका था।
Recommended Video
पुराना हो चुका था इंजन, सीएम भूपेश नहीं कर रहे थे इस्तेमाल
साल 2007 में रमन सरकार के कार्यकाल में यह अगस्ता वेस्टलैंड का AW-109 हेलिकॉप्टर खरीदा गया था। बताया जा रहा है कि यह अपने इंजन की क्षमता से अधिक उड़ान भर चुका था। इसका इंजन बदलने के लिए प्रक्रिया शुरू की जा रही थी, लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकी। इसी वजह से पुराने इंजन के साथ हवाई उड़ान भर रहे इस हेलीकॉप्टर को अक्सर वीआईपी दौरों से दूर रखा जाता था।
पूरे छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे सीएम भूपेश बघेल को भी सुरक्षा के नजरिये से इस AW-109 हेलिकॉप्टर में यात्रायें नहीं करवाई जा रही थीं। सीएम भूपेश बघेल ने बीती 4 मई से छत्तीसगढ़ की सभी 90 विधानसभाओं का दौरा शुरू किया है। प्रथम चरण में यह वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर उनके दौरे में साथ जरूर रहा, लेकिन सुरक्षा के नजरिये से उन्होंने इसमें सफर नहीं किया। इस हेलीकॉप्टर में उनके साथ राज्य के वरिष्ठ अधिकारी सफर करते रहे थे।
कई बार दे चुका था खतरे की घंटी
पहला मामला- 16 साल पुराना यह हैलीकॉप्टर कई दफा खतरे की घंटी देता रहा है। जून 2021 को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव इसी हेलीकॉप्टर से अंबिकापुर में लेंडिंग कर रहे थे, तब इसके कांच क्रेक हो गये थे।
दूसरा मामला- इसके अलावा सरगुजा से लौटने के दौरान हेलिकॉप्टर का फ्यूल खत्म हो जाने के कारण अगस्त 2019 में प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को कोरबा में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी।
तीसरा मामला - यह हेलीकॉप्टर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी खतरे की घंटी बजाता रहा है। फरवरी 2016 में तत्कालीन सीएम रमन सिंह और शिक्षा मंत्री केदार कश्यप को सुकमा से रायपुर लौटने के दौरान अपनी हवाई यात्रा में मुसीबत झेलनी पड़ी थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर का ऑटो पायलट मोड फेल होने के कारण 100 फीट तक लगातार गोता लगाने लगा था, तब पायलट ने अपनी तकनीकी सूझबूझ का इस्तेमाल करते हुए हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई थी।
चौथा मामला - मई 2016 में भी इस हेलीकॉप्टर ने अपने भविष्य को लेकर चेतावनी दी थी। उस समय यह हेलीकॉप्टर तत्कालीन कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को लेकर नारायणपुर जा रहा था, तभी रास्ते में ईंधन की सप्लाई रुकने के कारण इसका इंजन बंद हो गया था, तब मंत्री को अपना दौरा रद्द करके वापस रायपुर लौटना पड़ा था।
पांचवा मामला- इसके अलावा साल 2017 में एक उड़ान के दौरान इस AW-109 हेलिकॉप्टर के पंखों में कंपन आने के बाद अभनपुर के एक खाली मैदान में उतारा गया था। उस समय इसमें दो पायलट और एक पुलिस जवान सवार थे।
खरीदी के साथ ही जुड़ा विवादों से
अक्टूबर 2007 में खरीदा गया अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर अपनी खरीदी के साथ ही विवादों से जुड़ गया था। छत्तीसगढ़ की तत्कालीन भाजपा सरकार ने 65 लाख 70 हजार यूएस डॉलर की कीमत अदा करके इसे खरीदा था। सरकारी ऑडिट के दौरान राज्य के महालेखा परीक्षक ने इस खरीदी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर की खरीदी प्रक्रिया में एक मानक प्रारूप के लिए वैश्विक निविदा निकाली गई थी, जो कि सही नहीं थी।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था अगस्ता का मामला
यह बात भी चर्चा में रही कि झारखंड सरकार ने ऐसा ही हेलिकॉप्टर 55 लाख 91 हजार यूएस डॉलर में खरीदा था, तो रमन सरकार ने इसे अधिक कीमत पर क्यों खरीदा। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गई थी। इधर यह भी जानना रोचक है कि पिछले साल विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में जानकारी दी थी कि दिसम्बर 2018 से जनवरी 2021 तक AW-109 हेलिकॉप्टर के रखरखाव पर 14 करोड़ 65 लाख 15 हजार 41 रुपये खर्च किये गए थे। उन्होंने बताया था कि इस दरमियान छत्तीसगढ़ सरकार को किराये पर 43 बार हेलिकॉप्टर और 31 बार विमान लेना पड़ा था। जिससे 33 करोड़ 87 लाख 74 हजार 745 रुपये का खर्च आया था।
यह भी पढ़ें रायपुर शहर में फिर हुआ गोलीकांड, जन्मदिन मनाने गई लड़की बनी शिकार