आफताब -श्रद्धा केस से कम खौफनाक नहीं है, बेमेतरा का हत्याकांड, 10 साल की मासूम बनी नाबालिग का शिकार
BEMETARA MUDER CASE : पूरे देश में श्रद्धा हत्याकांड को लेकर आक्रोश है,लोग आरोपी आफताब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच यह भी जानना जरूरी है कि वयस्कों नहीं बल्कि बच्चो में भी अपराध बढ़ रहे हैं। इंटरनेट पर उपलब्ध अश्लील वीडियों बच्चों पर बेहद ही बुरा असर डाल रहे हैं। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में 17 साल के एक नाबालिग को पोर्न वीडियो देखने की ऐसी लत लगी कि उसने हवस में 10 साल की एक बच्ची की जान ले ली। कच्ची उम्र में वह एक शातिर हत्यारा बन गया और पुलिस को चमका देता रहा। पढ़िए पूरी खबर

नाबालिग बना आरोपी, 17 साल की उम्र में की क्रूरता की हदें पार
छत्तीसगढ़ का छोटा सा शहर बेमेतरा 17 साल के छोटे से लड़के की दरिंदगी की वजह से चर्चाओं में है। यहां आरोपी एक नाबालिग लड़के ने 10 साल की बच्ची के साथ वहशी हरकत की और उसके बाद उसकी बेरहमी हत्या कर दी। आरोपी बालक ने सबूत छिपाने के लिए हत्या को खुदकुशी का रंग देने का प्रैस किया और बच्ची की लाश को फांसी पर लटका दिया। बहरहाल बेमेतरा के ग्राम गांगपुर में घटी इस घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

लाश देखते ही पुलिस को हुआ शक
बताया जा रहा है कि 26 नवंबर 2022 के दिन गंगापुर में एक 10 साल की बच्ची की लाश घर के कमरे में फांसी के फंदे से झूलती हुई मिली थी। पुलिस को देखते ही शक हो गया था कि आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। छोटी बच्ची की लम्बाई केवल करीब 4 फीट थी, जबकि उसकी लाश बरामदे में जिस बांस के लटक रही थी, उसकी ऊंचाई 5 फीट से अधिक थी। पुलिस ने पाया कि मासूम की दोनों हथेलियां खुली हुई थी। क्योंकि जब कोई खुद को फांसी के हवाले करता है, तो मुट्ठी बंद होती है या फिर उंगलियां मुड़ी रहती हैं। पुलिस को शक हुआ और उसने अपनी जांच शुरू की।

मोबाइल पर पोर्न वीडियो देखने की आदत ने बनाया हत्यारा
पुलिस को यह नहीं पता था कि 10 साल की मासूम की जान कौन ले सकता है। लेकिन आला पुलिस अधिकारियों के निर्देश के बाद मामले की जांच के लिए के विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने घटना स्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की,तब जाकर पर पुलिस को एक नाबालिग बालक पर शक हुआ। पुलिस लड़के से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। लेकिन उसकी बात सुनकर पुलिस भी चौंक गई।
आरोपी लड़के के पुलिस को बताया कि वह अपने स्मार्ट फोन पर अश्लील वीडियो देखने का आदी है। हत्या वाले दिन भी उसने पोर्न वीडियो देखा, जिसके बाद वह अपने कंट्रोल से बाहर हो गया और छत के रास्ते से कूदकर मृतका बच्ची के घर में प्रवेश कर गया। लड़के ने पुलिस को बताया कि पहले उसने बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया ,फिर बच्ची के प्रतिरोध करने पर राज खुल जाने के भय से दुपट्टे से उसकी नाक और मुंह को दबाकर उसे मारने का प्रयास किया। लड़के ने बताया कि बच्ची के बेहोश हो जाने के बाद उसने दुपट्टे से फांसी का फंदा तैयार किया और उसे कपडे सूखने के लिए लगाए गए बांस पर टांग दिया और पास में प्लास्टिक की कुर्सी रख दी थी, ताकि सबको लगे कि बच्चीने खुद को फांसी के फंदे पर लटकाया है।

लोगों को किया इकठ्ठा, फिर बोला बच्ची रो रही है
लड़के ने आगे की पूछताछ में खुलासा किया कि वारदात को अंजाम देने के बाद उसने आसपास के लोगों को इकट्ठा किया। उसने लोगों से कहा कि घर से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दे रही है। लड़के की बातें सुनकर जब लोगों ने दरवाजा खोलकर देखा, तो बच्ची की लाश को फंदे पर झूल रही थी।
बेमेतरा पुलिस ने इस घटना के क्राइम सीन को रीक्रिएट करके उसे बारीकी से समझा। बेमेतरा थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने जानकारी दी कि आरोपी के विरुद्ध IPC की धारा 450, 376, 376 AB , 302 और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बच्ची की लाश का पोस्टमार्टम हो चुका है। इसमें पोबलात्कार और हत्या की पुष्टि हुई है। बहरहाल आरोपी नाबलिग को बाल संप्रेक्षण गृह दुर्ग भेजा गया है।
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