पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह का हल तलाशने के लिए सोनिया गांधी ने बनाई तीन सदस्यीय समिति
पंजाब कांग्रेस के अंदर चल रही कलह को हल तलाशने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को तीन सदस्यों की कमिटी का गठन किया।
चंडीगढ़, 29 मई। पंजाब कांग्रेस के अंदर चल रही कलह को हल तलाशने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को तीन सदस्यों की कमिटी का गठन किया। साल 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहे मतभेदों को सुलझाने के लिए इस कमिटी का गठन किया गया है।
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पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और दिल्ली के दिग्गज नेता जेपी अग्रवाल को समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। शनिवार को तीनों नेताओं की मीटिंग का प्लान था, लेकिन इस मीटिंग को लेकर अभी कोई अपडेट सामने नहीं आई है।
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बेअदबी कांड को लेकर दोनों नेता आमने-सामने
बता दें कि साल 2015 के बेअदबी कांड की समेत अन्य मुद्दों को लेकर राज्य सभा सदस्यों, मंत्रियों और विधायकों की सीएम अमरिंदर सिंह के साथ गरमागरमी पिछले 2 महीनों से सुर्खियों में रही है। सूत्रों ने कहा कि इसका असर अगले साल के विधानसभा चुनावों पर पड़ सकता है। जल्द से जल्द इस मुद्दे को सुलझाने के मकसद से कमिटी गठित की गई है। कमिटी को इस मुद्दे को सुलझाने और पार्टी को किसी भी नुकसान से बचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सिद्दू
के
की
सीएम
अमरिंदर
की
आलोचना
बता
दें
कि
साल
2015
में
हुए
बेअदबी
कांड
की
जांच
में
विफल
रहने
के
को
लेकर
नवजोत
सिंह
सिद्धू
ने
सीएम
अमरिंदर
सिंह
की
सार्वजनिक
रूप
से
आलोचना
की
थी।
उन्होंने
यहां
तक
कहा
था
कि
सरकार
आखिर
बादल
परिवार
चला
रहा
है।
मीडिया
में
न
उछालें
मुद्दा-
रावत
वहीं
समिति
के
सदस्य
बनाए
गए
उत्तराखंड
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
हरीष
सिंह
रावत
ने
कहा
कि,
'हम
पंजाब
में
पार्टी
के
नेताओं
से
अपील
करेंगे
की
वो
एक-दूसरे
के
खिलाफ
मीडिया
में
कोई
करने
के
बजाय
पार्टी
फोरम
में
अपनी
बात
रखें।'