Crocodile In Bihar: मगरमच्छ ने इंसान को दौड़ाया, पकड़ने पहुंची टीम तो हुआ लापता
Crocodile In Bihar: बिहार के भागलपुर जिले में मगरमच्छ दिखने से ग्रामीणों दहशत है। वहीं किसान और मज़दूर डर से काम पर नहीं दा रहे हैं। क्योंकि अब तो मगरमच्छ इंसानों का पीछा करने लगा है। शुक्रवार को आठगांवा पन्नूचक पुरानी..
Crocodile In Bihar: बिहार के भागलपुर जिले में मगरमच्छ दिखने से ग्रामीणों दहशत है। वहीं किसान और मज़दूर डर से काम पर नहीं दा रहे हैं। क्योंकि अब तो मगरमच्छ इंसानों का पीछा करने लगा है। शुक्रवार को आठगांवा पन्नूचक पुरानी के घोघा नदी के पास मगरमच्छ ने शिकार करने के मकसद से एक इंसान को दौड़ा दिया। वह किसी तरह से जान बचाकर भागने में कामयाब हुआ। युवक ने गांव में जाकर आपबीती सुनाई। ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को मामले की जानकारी दी गई। सूचना पाकर मौक़े पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ की तलाश शुरू की लेकिन कहीं नहीं मिला।
6 घंटे तक मगरमच्छ को ढूंढती रही टीम
ब्रजकिशोर सिंह (वन रेंज अधिकारी,कहलगांव, भागलपुर) के नेतृत्व में वन विभाग की टीम गांव पहुंची। इसके साथ ही आठगांवा पन्नूचक पुरानी में मगरमच्छ की खोजबीन शुरू की, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे अभियान चलाया गया। 6 घंटों के दौरान घोघा नदी और अन्य जगहों मगरमच्छ को पर खोजा गया लेकिन वह कहीं भी नहीं दिखा। शाम चार बजे तक अभियान चलाने के बाद भी जब मगरमच्छ नज़र नहीं आया तो वन विभाग की टीम को बेरंग लौटना पड़ गया।
मगरमच्छ नहीं पकड़े जाने से लोगों में दहशत
ब्रजकिशोर सिंह (वन रेंज अधिकारी) ने कहा कि मगरमच्छ पानी में रहने वाला जीव है। वह एक जगह नहीं रह सकता है, उसकी फितरत में जगह बदलते शुमार है। भीड़ को देखकर मगरमच्छ यहां से चला गया होगा। वहीं ग्रामीण मगरमच्छ के नहीं पकड़े जाने से दहशत में हैं। हाल ही में बटेश्वर स्थान के पास दो बड़े मगरमच्छ दिखे थे। लोगों ने जैसे ही मगरमच्छ को देखा तो ढेला मारने लगे जिसके बाद वह नदी में उतर गए। ग्रामीणों का कहना है कि यह वही मगरमच्छ हो सकता है जो पहले बटेश्वर स्थान पर दिखा था। बटेश्वर स्थान से लेकर घोघा तक मगरमच्छ विचरण कर रहा है।
गंगा तट पर रहते हैं कई लोग
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह से मगरमच्छ का नजर आना बहुत ही खतरे की बात है। गंगा नदी में डूबकी लगाते वक़्त मगरमच्छ हमला कर सकता है। मछुआरे इस डर से मछली नहीं मार पा रहे हैं। पिछले दिनों सुलतानगंज में घाट किनारे मगरमच्छ ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। नदी में नहाते हुए व्यक्ति के पैर को ही चबा लिया था। इस वाक्या के बाद से लोगों में काफी दहशत है। उनका कहना है कि गंगा नदी के तट पर कई लोगों की ज़िंदगी गुज़रती है। इसके साथ कई परिवारों का रोज़गार नदी से ही होता है। ऐसे में मगरमच्छ की वजह से सभी काम प्रभावित हो रहा है।
7 फीट लंबे मगरमच्छ को ग्रामीणों ने किया काबू
सिवान जिले के बहेलिया गांव से 7 फीट लंबा मगरमच्छ को काबू करने का मामला सामने आया था। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद जाल के सहारे मगरमच्छ को काबू किया और बाद में आई वन विभाग की टीम के हवाले कर दिया। दो युवक नहर किनारे से गुज़र रहे थे। इस दौरान उन्हे नहर में मछली जैसी कोई चीज़ तैरती दिखी। दोनों युवक दौड़कर मछली पकड़ने वाले व्यक्ति धर्मनाथ यादव पास पहुंचे और बड़ी मछली दिखने की बात बताई। वह जाल लेकर नहर के पास पहुंचा तो देखा की यह बड़ा मगरमच्छ है। झाड़ी में आधा शरीर होने की वजह मछली की तरह ही दिख रहा था।
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