उत्तराखंड की मदद को आगे आया पूरा भारत
बैंगलोर। उत्तराखंड में आयी भीषण तबाही ने पूरे भारतवर्ष को हिला कर रख दिया है, साथ ही हर देशवासी को आपदा पीडि़तों की मदद और उनके लिए प्रार्थनाएं करने के लिए प्रेरित भी किया है। भोपाल की एक मस्जिद में लोगों ने आपदा का शिकार हुए लोगों के लिए अल्लाह से दुआ की। यही हाल देश के मंदिरों, चर्च और गुरूद्वारा में भी है, जहां लोग आपदाग्रस्त लोगों के लिए दुआएं कर रहे हैं।
ऐसे में वह खुद को बेहद भाग्यशाली मान रहे हैं जो आपदा से सकुशल अपने घर आ गये हैं। इस पर बैंगलोर में रहने वाले एक इंजीनियर जगदीश एम कहते हैं कि मेरा भी चारधाम जाने का कार्यक्रम था लेकिन एक मीटिंग की वजह से मुझे अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। कुछ का यह भी मानना है कि इस घटना ने उस समय की याद दिला दी जब पूरे भारत ने कारगिल युद्ध के दौरान सैनिकों के परिवारों की मदद करने के लिए खाना, कपड़े और कंबल दिये थे।
राज्य सरकार
एक तरफ जहां पूरे देश के नागरिक प्रार्थनाएं कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकारें भी पीडि़तों की मदद कर रही हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उड़ीसा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ की राज्य सरकारों ने आर्थिक सहायता की। मदद के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सहायता की अपील करने पर राज्य सरकारों ने अपनी रेस्क्यू टीम भी भेजी है।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की सहायता के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दो करोड़ रूपये प्रदेश की तरफ से दिये हैं और लोगों की मदद के लिए राज्य की रेस्क्यू टीम भेजी है। उत्तर प्रदेश ने आर्थिक सहायता के रूप में 25 करोड़, बिहार ने 5 करोड़, हरियाणा ने 10 करोड़, मध्य प्रदेश ने 5 करोड़, कर्नाटक ने 5 करोड़, महाराष्ट्र सरकार ने 10 करोड़, दिल्ली ने 10 करोड़, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ ने 5 करोड़ रूपये दिये हैं।
मदद को आगे आया कार्पोरेट जगत
कार्पोरेट वर्ल्ड भी आपदा पीडि़तों की मदद के लिए आगे आया हैं, महिंद्रा एंड महिंद्रा कम्पनी ने राज्य की मदद के लिए 1 करोड़ रूपये सहायतार्थ दिये हैं। कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा है कि इस घटना से हम सभी शॉक्ड हैं, मैं वहां पर हुई तबाही का अंदाजा नहीं लगा सकता, पर मैने मीडिया में आयी तस्वीरों को देखा है जिसमें मैने पाया है कि वहां पर बड़े पैमाने पर जानमाल की हानि हुई हैं।
इंडियन एशोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स
इंडियन एशोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स ने अपनी सभी एजेंसियों से मदद की अपील की हैं और कहा है कि इस आपदा से निपटने के लिए आप स्वेच्छा से जितनी मदद कर सकते हैं, उतनी करें। जिससे की फंसे हुए लोगों को मदद मिल सके और जीवित लोगों को उनके घर पहुंचाया जा सके। एशोसिएशन के चेयरमैन शुभम गोयल ने कहा है कि हमें राज्य के लोगों के पुनर्वास के लिए मदद करनी चाहिए।
तिहाड़ जेल के अपराधियों ने की मदद
जब देश के कोने कोने से लोग मदद को आगे आ रहे हैं तो ऐसे में तिहाड़ जेल के कैदियों और अधिकारियों ने 13 लाख रूपये देने का फैसला किया है। इस पर जेल के कानून अधिकारी सुनील गुप्ता का कहना है कि इन कैदियों की सोंच में फर्क देखा जा सकता है, यह सभी अपराधी है और मदद के लिए आगे आ रहे हैं। जेल के स्टाफ ने भी मदद के लिए अपनी एक माह की सैलरी देने की बात की है।