राहुल की टिप्पणी पर प्रधानमंत्री स्पष्टीकरण दें : भाजपा (लीड-1)
संदेश के अनुसार राहुल ने कहा था कि कट्टरपंथी हिंदू संगठनों का अभ्युदय, मुस्लिम समुदाय द्वारा कुछ आतंकी संगठनों को दिए जा रहे समर्थन से अधिक खतरनाक हो सकता है।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा,"राहुल गांधी ने एक ही झटके में पाकिस्तान के सभी उग्रवादी व आतंकी समूहों और पाकिस्तानी प्रशासन में शामिल कुछ तत्वों के दुष्प्रचार को बढ़ावा देने की कोशिश की है। यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई और हमारी सामरिक सुरक्षा के साथ भी गम्भीर समझौता होगा।"
भाजपा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब विकिलीक्स द्वारा जारी इस मुद्दे से सम्बंधित एक संदेश को समाचार पत्र 'गार्जियन' ने शुक्रवार को प्रकाशित किया। संदेश के अनुसार राहुल ने पिछले वर्ष भारत में अमेरिकी राजदूत टिमोथी जे.रोमर से कहा था कि कट्टरपंथी हिंदू संगठनों का अभ्युदय भारत के लिए, मुस्लिम समुदाय द्वारा कुछ आतंकी संगठनों का समर्थन किए जाने से अधिक खतरनाक हो सकता है।
प्रसाद ने इस विवाद में प्रधानमंत्री को घसीटते हुए कहा कि मनमोहन सिंह को राहुल की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देना चाहिए, क्योंकि वह नक्सलवाद को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हैं।
प्रसाद ने कहा, "इससे यह भी जाहिर होता है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में कोई तालमेल नहीं है।" उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी हिंदू संगठनों पर राहुल की टिप्पणी से यह भी जाहिर होता है कि भारत के बारे में वह कितना कम जानते हैं।
प्रसाद ने कहा, "यह बयान गैरजिम्मेदाराना है, भाजपा इसकी निंदा करती है। यदि राहुल हिंदू आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं तो उन्हें उसके बारे में संसद में बोलना चाहिए.. इससे यह पता चलता है कि उन्हें देश के बारे में कितनी कम जानकारी है।"
प्रसाद ने, किसी दूसरे देश के राजदूत के साथ राहुल द्वारा इस मुद्दे पर बात किए जाने के उद्देश्य पर भी सवाल खड़ा किया।
भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल की टिप्पणी से यह जाहिर होता है कि वह आतंक को धर्म के साथ जोड़ना चाहते हैं और वह भारतीय सभ्यता के बारे में नहीं जानते।
जावड़ेकर ने कहा, "आतंकवाद तो आतंकवाद है, इसे वोट बैंक की राजनीति में नहीं बदला जाना चाहिए। आतंकवाद की जांच की जानी चाहिए और दोषी व्यक्ति को हर हाल में दंडित किया जाना चाहिए।"
'गार्जियन' के अनुसार राहुल ने रोमर से कहा था कि यद्यपि आतंकी संगठन, लश्कर-ए-तैयबा को भारतीय मुस्लिम समुदाय के कुछ खास तत्वों का समर्थन होने के प्रमाण हैं, लेकिन चरमपंथी हिंदू संगठनों का अभ्युदय ज्यादा खतरनाक हो सकता है। ये हिंदू संगठन धार्मिक तनाव और मुस्लिम समुदाय के साथ राजनीतिक टकराव की स्थिति पैदा करते हैं।
अखबार के अनुसार राहुल (40) ने रोमर से कहा था कि घरेलू स्तर पर तैयार हुए उग्रवादी मोर्चे के कारण पाकिस्तान या भारत के इस्लामी समूहों की ओर से प्रतिक्रियास्वरूप आतंकी हमले किए जा रहे हैं और यह खतरा चिंता का एक विषय है। इस पर बरारबर ध्यान रखे जाने की जरूरत हो गई है।
वर्ष 2007 में अमेरिकी राजनयिकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी के बारे में बताया था कि उन्हें मोटे तौर पर कोरे कागज के रूप में देखा जाता है और उन्हें उन लोगों की धारणाओं को गलत साबित करना होगा, जो उन्हें हल्के में लेते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।