छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों का अपहरण
सलमान रावी
बीबीसी संवाददाता, रायपुर
माओवादियों के ज़रिए अपहरण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं.छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में संदिग्ध माओवादी छापामारों के ज़रिए पांच सरकारी कर्मचारियों के अपहरण की ख़बर है. हालाकिं हमेशा कि तरह पुलिस के आला अधिकारी इस ख़बर कि ना पुष्टि ही कर रहें हैं और ना खंडन. मगर बीजापुर में मौजूद स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि यह सभी कर्मचारी अपने परिवारों के साथ भोपालपटनम से बीजापुर आ रहे थे.
इसी बीच जिस यात्री बस में सवार होकर यह कर्मचारी जा रहे थे, उसे हथियारबंद माओवादी छापामारों ने रुकवाया और एक एक कर इन सरकारी कर्मचारियों को वाहन से उतर लिया. अग़वा किए गए कर्मचारियों में एक सरकारी ड्राईवर है जबकि अन्य चार लिपिक हैं.
इनमें से दो बीजापुर के कलेक्टर के कार्यालय में कार्यरत हैं जबकि दो भोपालपटनम जनपद पंचायत के कार्यालय में पदस्थापित हैं.खबरें हैं कि जब हथियारबंद माओवादी इन कर्मचारियों को बस से उतार रहे थे तो इनके परिजनों नें उनसे काफ़ी गुहार लगाई. मगर माओवादी उन्हें यह कहते हुए अपने साथ ले गए कि पूछ ताछ के बाद इन्हें छोड़ दिया जाएगा. बीजापुर में माओवादियों द्वारा एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों के अपहरण से प्रशासन सकते में आ गया है.
इसके अलावा बीजापुर और भोपालपटनम मार्ग पर माओवादियों नें सरकारी जन वितरण प्रणाली कि दो बसों को आग के हवाले कर दिया. बस्तर संभाग के ही कांकेर ज़िले में भी माओवादियों नें एक निर्माण कम्पनी के पांच वाहनों को भी फूँक दिया है.