'पत्थरबाजों की खातिरदारी करती हुई बाबाजी की पुलिस', क्या कानपुर में दंगाइयों पर रात को बरसाए गए डंडे,जानें सच
'पत्थरबाजों की खातिरदारी करती हुई बाबाजी की पुलिस', क्या कानपुर में 'दंगाइयों' पर रात को बरसाए गए डंडे, जानें सच
कानपुर, 05 जून: कानपुर में पथराव और हिंसा की हाल ही में हुई घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसमें से एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि आधी रात को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने 'दंगाइयों' पर लाठी चार्ज किए हैं। कानपुर में 3 जून शुक्रवार को पथराव और हिंसा की घटनाएं हुईं। रिपोर्टों के अनुसार, दंगा और हत्या के प्रयास के आरोप में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 1,000 अन्य को अज्ञात आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को जिम्मेदार लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। आइए जानें वायरल वीडियो का क्या है सच?
वायरल हुआ यूपी पुलिस का लोगों को पीटते हुए वीडियो!
सोशल मीडिया पर कथित कानपुर दंगाइयों पर पुलिस कार्रवाई के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक वीडियो है जिसमें पुलिसकर्मी रात में सड़क पर कुछ लोगों को पीटते नजर आ रहे हैं। कई सत्यापित ट्विटर हैंडल और फेसबुक यूजर्स ने इस वायरल वीडियो को अपने हैंडल पर शेयर किया है।
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'आधी रात को कानपुर की गलियों में बाबाजी की पुलिस एक्शन में...'
योगी देवनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल @YogiDevnath2 से इस वीडियो को ट्वीट किया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए योगी देवनाथ ने कैप्शन लिखा है, ''आधी रात को कानपुर की गलियों से आती हुई इन विचित्र प्रकार की आवाज़ को ही शास्त्रों में शुकुन कहा गया है... जिहादी पत्थरबाजों की अच्छे से खातिरदारी करती हुई बाबाजी की पुलिस। ''
क्या है वायरल वीडियो का सच?
बता दें कि इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ये वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के कानपुर का नहीं है। ये वीडियो साल 2020 का है। ये घटना महाराष्ट्र के ठाणे के मुंब्रा इलाके में हुई थी। जब वायरल वीडियो के कीफ्रेम की रिवर्स इमेज सर्च किया गया तो पता चला कि वीडियो को जिस दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, वो फर्जी है। ये वीडिया पहले भी गलत दावों के साथ इंटरनेट में वायरल किया जा चुका है।
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मार्च 2020 का है रियल वीडियो
रिपोर्ट के मुताबिक ये वायरल वीडियो मार्च 2020 की है। हिंदुस्तानी रिपोर्टर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर 29 मार्च 2020 को इस घटना का वीडियो अपलोड किया था। महाराष्ट्र का एक दो साल पुराना वीडियो इस भ्रामक दावे के साथ प्रसारित किया जा रहा है कि यह हाल ही में शुक्रवार की हिंसा के बाद कानपुर में पुलिस की कार्रवाई को दिखाता है। लेकिन ये सच नहीं है।
यहां देखें, वायरल वीडियो
Fact Check
दावा
क्या यूपी पुलिस ने आधी रात को कानपुर के 'दंगाइयों' पर लाठीचार्ज किए हैं.., जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
नतीजा
नहीं, यूपी पुलिस ने आधी रात को कानपुर के 'दंगाइयों' पर लाठीचार्ज नहीं किए हैं। वायरल वीडियो महाराष्ट्र का है।
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