प्रदूषण मुक्त होगी यमुना, कच्ची कॉलोनियों और गांवों में एसटीपी बनाएगी दिल्ली सरकार
नई दिल्ली: यमुना में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार राजधानी की अनधिकृत कॉलोनियों एवं ग्रामीण इलाकों में डिसेंट्रलाइज-एसटीपी का निर्माण करेगी। इसके अलावा दिल्ली के प्रत्येक घर को 2025 तक नल से पानी पहुंचाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रदुषण मुक्त यमुना के विजन को ध्यान में रखते हुए 570 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। दिल्ली सरकार के अनुसार डिसेंट्रलाइज्ड-सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से दिल्ली की अनधकिृत कॉलोनियों में बढ़ते जल प्रदूषण की समस्या कम होगी। इसके साथ ही भूजल स्तर में गिरावट के बोझ से भी मुक्ति मिलेगी।
सीवर लाइन बिछाई जाएगी
इस योजना के तहत मुंडका के निजामपुर, घेवरा, कंझावाला, मोहम्मदपुर माजरा, कराला सहित कई कॉलोनियों में 427.6 करोड़ की लागत से सीवर लाइन बिछाई जाएगी। साथ ही 26 एमजीडी क्षमता वाले डी-एसटीपी का भी निर्माण सरकार द्वारा किया जाएगा।
लाखों
लोगों
को
राहत
मिलेगी
बवाना
में
24
अनधकिृत
कॉलोनियों
सहित
नौ
गांवों
में
132.6
करोड़
की
लागत
से
40
एमएलडी
क्षमता
वाले
डिसेंट्रलाइज्ड
एसटीपी
का
निर्माण
कराया
जाएगा।
इससे
इलाके
के
लाखों
लोगों
को
सीवर
की
समस्या
से
राहत
मिलेगी।
बवाना
में
दूषित
पानी
को
रीसाइकिल
करने
के
लिए
10.65
करोड़
की
लागत
से
2
एमजीडी
क्षमता
वाले
रीसाइक्लिंग
प्लांट
का
भी
निर्माण
किया
जाएगा।
इससे
पानी
की
बर्बादी
कम
होगी।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से जहां 2025 तक यमुना की सफाई के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। वहीं, अनधिकृत कॉलोनियों और ग्रामीण इलाकों में लाखों लोगों को सीवर की समस्या से भी राहत मिलेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अधिकारियों को सभी परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
Fact Check: क्या केजरीवाल की गुजरात रैली में उमड़ा जन सैलाब, जानिए वायरल वीडियो का सच
सूत्रों के अनुसार डिसेंट्रलाइज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में एक छोटा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाता है। इसकी मदद से गंदा पानी जहां से उत्पन्न हो रहा है उसे वहीं साफ किया जाता है। दिल्ली सरकार का लक्ष्य डिसेंट्रलाइज्ड-एसटीपी के जरिए दिल्ली के ज्यादा से ज्यादा पार्कों व अन्य जगहों पर पानी की सिंचाई की समस्या का समाधान करना है। वर्तमान में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शहर के एक हिस्से में है और वहां तक गंदा पानी दूसरी जगह से लाया जाता है।