भारत की 'थिंकफोर्स' ही इसकी सबसे बड़ी संपत्ति: केटीआर
केटीआर ने कहा कि भारत की 'थिंक फोर्स' इसकी सबसे बड़ी संपत्ति है, जिसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए और सार्थक रूप से लगाया जाना चाहिए।
तेलंगाना के उद्योग और आईटी मंत्री केटी रामाराव ने गुरुवार को हैदराबाद में कहा कि मानव संसाधन ना केवल किसी कंपनी की, बल्कि देश की भी सबसे बड़ी संपत्ति है और किसी भी नेता के लिए सबसे बड़ी चुनौती धन या पूंजी प्रबंधन नहीं बल्कि लोगों का प्रबंधन है।
एनएचआरडी के राष्ट्रीय सम्मेलन के 25वें संस्करण के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए केटीआर ने कहा, 'किसी राष्ट्र की जीडीपी उसकी आर्थिक गतिविधियों को दर्शाती है, लेकिन किसी राष्ट्र की सच्ची संपत्ति उसके प्राकृतिक और मानव संसाधनों, दोनों की संपत्ति का एक संग्रह है और इनका सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए बुद्धिमानी से उपयोग किया जाना है।
केटीआर ने कहा कि भारत की 'थिंक फोर्स' इसकी सबसे बड़ी संपत्ति है, जिसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए और सार्थक रूप से लगाया जाना चाहिए। उन्होंने चीन और जापान के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि जिन्होंने अपने लोगों में निवेश किया, उनकी आकांक्षाओं और विकास लक्ष्यों को मैनेज किया वो आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं।
उन्होंने कहा कि विकास और कल्याण साथ-साथ चलने की जरूरत है और देश के नेतृत्व को एक दृष्टि प्रदान करने और धन के समान वितरण पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है ताकि देश एक साथ आगे बढ़े। उन्होंने युवाओं से नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनने और विश्व स्तर के संगठन बनाने का भी आग्रह किया।