हरसिमरत कौर का 18 अक्टूबर को मुक्तसर दौरा, 8 स्थानों पर लोगों को संबोधित करेंगी बादल
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के हलका मुक्तसर में 18 अक्टूबर को किए जाने वाले दौरे सबंधी विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी की तरफ से एक से 10 वार्डों में बैठकों का आयोजन किया गया।
16 अक्टूबर, चंडीगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के हलका मुक्तसर में 18 अक्टूबर को किए जाने वाले दौरे सबंधी विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी की तरफ से एक से 10 वार्डों में बैठकों का आयोजन किया गया। बरकंदी की तरफ से वर्करों के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री बादल के कार्यक्रम संबंधी किए गए प्रंबंधों के लिए ड्यूटियों लगाई गई। वर्करों ने भी विश्वास दिलाया कि 18 को मुक्तसर पहुंचने पर बादल का स्वागत किया जाएगा।
आगामी विधान सभा मतदान को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की तरफ से पंजाब निवासियों की मुश्किलों सुनने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई है। इसके अंतर्गत बादल की तरफ से दौरे किया जा रहे है। जिसके अंतर्गत शहर के 31 वार्डों की मुश्किलें सुनने के लिए आठ स्थानों पर प्रंबंध किए जाएंगे। बादल लोगों की मुश्किलें सुनने साथ ही शिरोमणि अकाली दल की तरफ से आगामी विधान सभा मतदान को लेकर तैयार की गई रणनीति बारे भी अवगत करवाएंगे। विधायक बरकंदी की तरफ से ज्यादा से ज्याद लोगों को इन कार्यक्रमों में शामिल होने की अपील की गई।
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इस मौके पर बिदर गोनियाना राजनीतिक सचिव, राम सिंह पप्पी सर्कल प्रधान, हरप्रीत सिंह गोला सोढी, जगतार सिंह पप्पी, पवन शर्मा, कुलविदर सिंह, मनिदर सिंह, अमनदीप सिंह, संजीव, रमेश, सुभाष चंद्र, लाडी बत्रा, विजय रुपाना, गुरसेवक सिंह उपस्थित थे। -------------- कापी--मिशन पंजाब के तहत लड़े जाएंगे चुनाव : चढ़ूनी
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने मिशन पंजाब को लेकर वीरवार को मुक्तसर हलके का दौरा करते हुए डा. केहर सिंह एन्क्लेव पहुंचे। वहां किसान नेता परमजीत सिंह बिल्लू सिद्धू तथा बोहड़ सिंह जटाणा भी मौजूद थे।
चढूनी ने कहा कि इस समय देश की सत्ता पर कारपोरेट जगत काबिज है। कारपोरेट से पीछा छुड़ाने का एक ही तरीका है कि लोग सत्ता अपने हाथ में लें। मिशन पंजाब के तहत प्रदेश के विधानसभा चुनाव लड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछली बार कांग्रेस 52 लाख वोट लेकर सत्ता में आई थी जबकि पंजाब में 80 लाख के करीब केवल किसानों की वोट हैं। अगर किसान चाहें तो वे खुद सत्ता संभाल सकते हैं।
भाजपा की ओर से किसानों पर हिदुओं के त्योहार खराब करने के लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए चढूनी ने कहा कि किसान केवल सिख ही नहीं है। बहुसंख्यक हिदु हैं। किसान किसी धर्म पर हमला नहीं करते बल्कि किसान विरोधी नीतियों का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि रावण को भी बुराई के प्रतीक के तौर पर फूंका जाता है।
पंजाब में बीएसएफ का दायरा बढ़ाने संबंधी चढूनी ने कहा कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार की ओर से पंजाब के लोगों पर अपना दबाव बढ़ाने की लिए की गई है ताकि विधानसभा चुनाव में सत्ता हथियाने के लिए बीएसएफ का दुरुपयोग किया जा सके।