उत्तराखंड: सीएम तीरथ सिंह रावत बोले- मुख्यमंत्री घोषणा में नहीं होना चाहिए विलंब
हल्द्वानी, 19 जून। सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणा में विलंब नहीं होना चाहिए। निर्धारित योजनाओं को तय समय पर पूरा किया जाए। साथ ही उन्होंने अपूर्ण योजनाओं की डीपीआर 15 जुलाई भेजने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सचिव एवं विभागाध्यक्ष आपसी समन्वय से योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करें।
शुक्रवार को सीएम वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये नैनीताल जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि घोषणा कार्यो की वास्तविक प्रगति का उल्लेख मासिक रिपोर्ट में किया जाए। पेयजल, सिंचाई, सड़क, पुलों, स्कूल व अन्य भवनों, खेल मैदान, पार्किंग स्थलों आदि लंबित घोषणा का प्रस्ताव 15 जुलाई तक शासन को भेज दें।
शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने कालाढूंगी विधानसभा में मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल देचैली-पांडे गांव में आनंद सिंह के घर तक की एक किमी सड़क की प्रगति जाननी चाही। इस पर सचिव लोनिवि ने अवगत कराया की सड़क की सैद्धांतिक स्वीकृत के बाद एनपीबी के लिए छह लाख की धनराशि विभाग को उपलब्ध करा दी गई है। सीएम घोषणा में हल्दूपोखरा नायक, नवाडख़ेडा, तारानवाड़, हरिपुर नायक नलकूपों की डीपीआर बना दी गई है। शीघ्र धनराशि आवंटित की जाएगी। विधायक नवीन दुम्का, दीवान सिंह बिष्ट, राम सिंह कैड़ा भी मौजूद रहे।
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डीएम ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री ने 214 घोषणाएं की हैं। इसमें से 151 पूरी हो चुकी हैं। 63 घोषणाएं अनिस्तारित हैं। इसमें से 31 के प्रस्ताव शासन में लंबित हैं। देहरादून से वीसी में सीएम के सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, सचिव मुख्यमंत्री व शहरी विकास शैलेश बगौली, लोनिवि सचिव आरके सुधांशु और हल्द्वानी से कमिश्नर अरविंद सिंह हृयांकी, डीएम धीराज गब्र्याल, सीडीओ नरेंद्र सिंह भंडारी, डीडीओ रमा गोस्वामी आदि शामिल रहे।