मध्य प्रदेश में फिर बनेंगे कोविड केयर सेंटर, गरीब मरीजों का होगा मुफ्त इलाज, मिलेगी खाली बेड की जानकारी
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार लगातार उचित कदम उठा रही है। इसी क्रम में सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए फिर से कोविड सेंटर बनाने का फैसला लिया है। इसके अलावा इंदौर में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 10 हजार बेड की व्यवस्था करने को भी कहा है। पड़ोसी राज्यों में कोरोना वायरस महामारी की संकटपूर्ण स्थिति को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र से लगी सीमा को सील कर दिया है, वहीं छत्तीसगढ़ से भी आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है।
मध्य प्रदेश में संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को मध्य प्रदेश में संक्रमण के 2,839 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3,03673 हो गई। पिछले 24 घंटे में महामारी की वजह से 15 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। प्रदेश के 31 जिले कोरोना वायरस की चपेट में हैं, वहीं कोरोना प्रसार को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के चार शहरों में पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगाने का भी ऐलान किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को अपने एक बयान में कहा, हमारे पड़ोसी राज्यों में स्थिति बहुत बुरी है, 'महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में स्थिति संकटपूर्ण है।'
मिलेगी
बेड
की
जानकारी
कोरोना
संक्रमण
को
देखते
हुए
शिवराज
सिंह
सरकार
ने
कई
कोविड
सेंटर
बनाने
का
फैसला
किया
है।
इसके
अलावा
कोरोना
संक्रमित
को
तुरंत
इलाज
मिल
सके,
इसके
लिए
सीएम
शिवराज
सिंह
चौहान
ने
संबंधित
अधिकारियों
को
प्रदेश
में
कितने
बेड
कहां
खाली
हैं
इसका
आंकड़ा
रोज
देने
को
कहा
है।
इसके
अलावा
सरकार
ने
प्राइवेट
अस्पतालों
से
अनुबंध
कर
बेड
बढ़ाने
के
भी
निर्देश
दिए
हैं।
गरीबों
के
लिए
निशुल्क
इलाज
कोरोना
की
समीक्षा
बैठक
के
दौरान
मुख्यमंत्री
शिवराज
ने
निर्देश
दिए
कि
'प्रत्येक
गरीब
मरीज
का
निशुल्क
इलाज
सुनिश्चित
किया
जाए।
उन्हें
आयुष्मान
कार्ड
के
आधार
पर
निशुल्क
चिकित्सा
दें।
मुख्यमंत्री
ने
मास्क
अभियान
को
लेकर
भी
सख्त
लहजा
अपनाया
और
कहा
कि
मास्क
नहीं
लगाने
पर
जुर्माना
लगाओ
और
ओपन
जेल
में
भी
रखो।
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