भावी उप-राष्ट्रपति के लिए दिग्गज राजनेता "राजनाथ सिंह" के नाम पर राजनीतिक गलियारों में मंथन तेज!
देश के सर्वोच्च पदों में से एक उप-राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव इस वर्ष जुलाई-अगस्त के माह में संभावित हैं। वैसे तो देश के 14वें उप-राष्ट्रपति पद के चुनावों की चर्चा भले ही देश की मीडिया से अभी तक पूरी तरह से गायब है, लेकिन सत्ता के शीर्ष राजनीतिक गलियारों में इस पद को सुशोभित करने वाले उस भाग्यशाली व्यक्ति की तलाश तेज के साथ हो रही है, इस शीर्ष पद पर आसीन होने का अपना सपना पूरा करने के लिए कुछ राजनेता राजनीतिक बिसात बिछाने में व्यस्त हैं, उप-राष्ट्रपति के आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर गुपचुप ढंग से रणनीति बननी शुरू कर रखी है। हालांकि चुनाव होने के हालात में भी इस बेहद सम्मानित पद पर किसी भी व्यक्ति को विजयी करवाने के लिए एनडीए गठबंधन के पास जादुई संख्या बल मौजूद है, जिसके चलते अन्य दलों में खुल्लमखुल्ला उप-राष्ट्रपति पद के लिए कोई विशेष राजनीतिक गहमागहमी होती नज़र नहीं आ रही है। लेकिन एनडीए की तरफ से उप-राष्ट्रपति पद के लिए किसका व्यक्ति का नाम तय होगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। वैसे तो यह सब कुछ एनडीए के सबसे बड़े घटक दल के रूप में भाजपा को तय करना है कि वह एक ऐसा नाम अपने सहयोगियों के सामने लेकर आये, जिस नाम पर सभी सहयोगी दलों व यहां तक की विपक्षी दलों की भी आम सहमति बनकर, उसका निर्विरोध निर्वाचन हो जाये। सूत्रों की मानें तो फिलहाल इस पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच गहन रूप से मंथन चल रहा है और मोदी, शाह, नड्डा व संघ की स्वीकृति के बाद बहुत जल्द ही वह भाग्यशाली नाम देश-दुनिया के सामने होगा।
वैसे तो आज के दौर की भाजपा में मोदी-शाह-नड्डा व संघ की सहमति के बिना कुछ भी संभव नहीं है, लेकिन फिर भी राजनीति में कब कौन व्यक्ति क्या बन जाये, यह सब हाल देश-समय-काल व राजनीतिक परिस्थितियों पर ही पूर्ण रूप से निर्भर करता है। देश के आज के राजनीतिक परिदृश्य व प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली हम देखें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने निर्णयों से सभी को आश्चर्यचकित करने वाली शख्सियत हैं, कहीं ना कहीं वह देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सक्रिय राजनीति से विदाई उनके राजनीतिक कद को देखते हुए सम्मानजनक पद के साथ करना चाहते हैं, सूत्रों की मानें तो मोदी वर्ष 2024 में लखनऊ लोकसभा सीट से कोई और चेहरा लाना चाहते हैं, मोदी की इस रणनीति के चलते ही राजनाथ सिंह के उप-राष्ट्रपति बनने की बेहद प्रबल संभावनाएं हैं। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यह जानते हैं कि राजनाथ सिंह भारतीय राजनीति की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिस नाम की स्वीकार्यता भाजपा के दिग्गज राजनेताओं से लेकर के, भाजपा संगठन के खास व आम कार्यकर्ताओं तक के बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, एनडीए के सभी सहयोगी घटक दलों के बीच व यहां तक की देश के विपक्षी दलों के बीच भी बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यह अच्छे से जानते हैं कि भारत की राजनीति में जाति धर्म एक बेहद महत्वपूर्ण फैक्टर है, जातिगत गणित की मौजूदा परिस्थिति व वर्ष 2024 के आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनाथ सिंह के कद की उपयोगिता बेहद अहम हैं, इसलिए पार्टी उनको व उनके समर्थकों को साधने पूरा प्रयास अवश्य करेगी। वैसे भी हाल ही उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में राजनाथ सिंह के राजनीति में बेहद सक्रिय पुत्र नीरज सिंह को टिकट भी नहीं दिया गया था, वहीं राजनीति में अपना एक अलग महत्वपूर्ण मुकाम बना चुके पुत्र पंकज सिंह को भी नोएडा विधानसभा से भारी मतों से विजयी होने के बाद भी उत्तर प्रदेश के मंत्रीमंडल से बाहर रखा गया था, जो कि राजनेताओं व आम जनमानस दोनों के समझ से परे है।
वैसे राजनीति की समझ रखने वाला हर व्यक्ति यह जानता है कि नरेंद्र मोदी कैबिनेट में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एक ऐसे लोकप्रिय व्यक्तित्व के राजनेता हैं, जिनकी देश के पक्ष-विपक्ष के राजनीतिक दलों और विभिन्न जाति-धर्म के लोगों के बीच एक बेहद मजबूत पकड़ है, फिलहाल वह पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी से दूर एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनकी सबसे बनती है, उन्होंने पार्टी में अटल,आडवाणी, जोशी, वैंकेया नायडू, गडकरी का युग भी देखा है, तो स्वयं भाजपा के दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सफलतापूर्वक संगठनात्मक स्तर पर कार्य करके भी देखा है, अब वह मोदी-शाह-नड्डा का युग भी देख रहे हैं। वैसे भी राजनाथ सिंह भाजपा के एक ऐसे बेहद निष्ठावान कार्यकर्ता रहें हैं जो मात्र तेरह वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये थे और धीरे-धीरे अपनी कार्यशैली के बलबूते केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, पार्टी के सर्वोच्च पद राष्ट्रीय अध्यक्ष, देश के गृहमंत्री व रक्षामंत्री तक पहुंचे हैं। ऐसी स्थिति में मोदी व पार्टी राजनाथ सिंह को एकदम से घर बैठाने का जोखिम किसी भी हाल में नहीं ले सकती है, पार्टी सूत्रों की माने तो राजनाथ सिंह को लेकर भाजपा में एक बड़ी योजना पर काम चल रहा है, जिसके चलते यह पूर्ण संभावना है कि राजनाथ सिंह को देश का 14वां उप-राष्ट्रपति बनाया जा सकता है और ऐसी स्थिति में होने वाले राजनीतिक डैमेज कंट्रोल के लिए उनके पुत्र और नोएडा विधायक पंकज सिंह को योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है और वहीं दूसरे पुत्र नीरज सिंह को भी संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वक्त की नजाकत भांपकर के बिल्कुल सटीक राजनीति करते हैं। वह अच्छी तरह जानते हैं कि राजनीति में कब क्या निर्णय करना है और उससे उत्पन्न होने वाली नाराजगी को कैसे पूर्ण नियंत्रण में रखते हुए उल्टा समर्थन में तब्दील करना है, साथ ही कार्यकर्ताओं को हर हाल में कैसे अपने व पार्टी के पक्ष में बनाए रखना है, पार्टी को किस प्रकार से हर हाल में मजबूत रखना है। इसलिए लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को उप-राष्ट्रपति बनाकर एक तीर से कई राजनीतिक निशाने साध कर, भाजपा के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक मजबूत राजनीतिक पिच तैयार करने का कार्य कर जायेंगे।
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