ममता बनर्जी के मंत्री बोले, नुसरत-मिमी पार्टी को लूट रही हैं, नोटिस मिला तो मांग ली माफी
कोलकाता, 29 अगस्त। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक और विधायक फिर से एक बार फिर से नए विवादों में हैं। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और टीएमसी विधायक श्रीकांत महता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वयारल हो रहा है जिसमे वह कह रहे हैं कि कई फिल्म इंडस्ट्री से टीएमसी के विधायक और सांसद पार्टी का पैसा लूट रहे हैं, जबकि ईमानदार कार्यकर्ताओं को पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व नजरअंदाज कर रहा है। ममता सरकार के मंत्री के इस बयान के बाद विवाद काफी बढ़ गया है और अब उन्हें नोटिस भेज दिया गया है।
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ईमानदार कार्यकर्ता को नजरअंदाज किया जा रहा
वायरल वीडियो में टीएमसी विधायक समर्थकों से कह रहे हैं कि पार्टी के शीर्ष नेता गलत लोगों को सही बताकर दिखा रहे हैं। हमने सभी शीर्ष नेताओं तक यह बात पहुंचाने की कोशिश की लेकिन कोई सुनता नहीं है। ये लोग गलत तत्वों को अच्छा बनाकर दिखा रहे हैं, पार्टी के जो विश्वासपात्र और ईमानदार लोग हैं उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। लेकिन मैं लोगों के जीविका के अधिकार के लिए काम करता रहूंगा । मैं हर संभव पश्चिमांचल के लोगों की जीविका के लिए काम करता रहूंगा।
पार्टी ने दिया नोटिस
वहीं टीएमसी विधायक अजित मैत्री ने कहा कि मंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने जो बयान दिया है उसके लिए उनसे जवाब मांगा गया है। उनके बयान से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। कारण बताओ नोटिस के जवाब में महतो ने कहा कि मुझे अपने बयान के लिए अफसोस है, मैंने यह भावनाओं में बहकर कर दिया था। शुक्रवार को महता ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पार्टी गलत लोगों की बात सुन रही है, जो लुटेरे हैं। अगर यही चलता रहा तो हम पार्टी में बने नहीं रह सकते हैं।
लोग कह रहे सभी मंत्री चोर हैं
टीएमसी विधायक ने भाषण के दौरान टीएमसी की विधायक जून मैलिहा, सांसद नुसरत जहां, मिमी चक्रवर्ती, सयांतिका बनर्जी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि अब जून मलिहा, मिमी और नुसरात को पार्टी की संपत्ति माना जाता है। पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी और अन्य शीर्ष नेता वही सुन रहे हैं जो ये लोग कह रही हैं। अगर यही लोग पार्टी की संपत्ति हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है अगर मेरा मंत्री पद चला जाता है। अब लोग कह रहे हैं कि सभी मंत्री चोर हैं।
हमे अपना रास्ता चुनना होगा
टीएमसी नेता यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि अगर पार्टी इन चोरों की सुनेगी, अगर मेट्रो शहर कोलकाता इस तरह की लूट में शामिल हैं, तो क्या हमे चुप रहना चाहिए। हमे अपना रास्ता चुनना होगा। या तो हमे आश्रम जाना होगा सबकुछ छोड़कर या फिर सामाजिक आंदोलन में शामिल होना होगा। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी उनके मत से सहमत नहीं है।
क्या कहा मलिहा ने
वहीं टीएमसी विधायक मलिहा ने कहा कि मुझे खुशी है कि पार्टी की अनुशासनात्मक कमेटी ने कार्रवाई की और महतो को कारण बताओ नोटिस भेजा। वहीं सयांतिका बनर्जी ने कहा कि मैंने इस बारे में सुना है, मैं इसपर सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहना चाहती हूं। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि महता ने सच बोला है कि टीएमसी मे लुटेरे हैं। यह लुटेरों की पार्टी है। श्रीकांत को बताना चाहिए उनका लुटेरा कहने का क्या मतलब है, उन्हें पश्चिम बंगाल की जनता को यह बताना चाहिए।
पार्टी के शीर्ष नेता ने साधी चुप्पी
हालांकि महता ने अपने बयान पर माफी मांग ली है और कहा है कि मुझे इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था। लेकिन टीएमसी के राज्य नेतृत्व ने उनके माफीनामे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी के नेता अजित मैती ने कहा कि उन्होंने माफी मांग ली है, लिहाजा पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी। वहीं टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने ममता की पार्टी को शर्मिंदा किया है, लेकिन यह सच है कि कई पार्टी के नेता ऐसा सोचते हैं जैसा कि महता ने कहा। वहीं इस पूरे मामले पर पार्टी के वरिष्ठ नेता इसपर चुप्पी साधे हैं।