कोलकाता फेक वैक्सीनेशन कैंप: TMC के बड़े नेताओं के साथ मास्टरमाइंड की तस्वीर
कोलकाता, 25 जून। कोलकाता में फर्जी आईएएस अफसर बन कोरोना वायरस का फेक वैक्सीन कैम्प लगाने वाले मास्टरमाइंड के तार पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं तक बताए जा रहे हैं। देबांजन देव नाम के इस शख्स की तस्वीर टीएमसी के टॉप नेताओं के साथ सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विपक्षी बीजेपी ने भी हमला तेज कर दिया है।
आरोपी की टीएमसी नेताओं के साथ सामने आई तस्वीर
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की राजधानी में फेक वैक्सीन कैंप का पर्दाफाश हुआ था। इस फेक वैक्सीनेशन कैंप में टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती भी शिकार हुई थीं। मामला सामने आने के बाद कोलकाता पुलिस ने देबांजन देब को गिरफ्तार कर लिया है।
देबांजन देब नाम के इस शख्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर टीएमसी के कई नेताओं के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट की है जिसमें मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रता मुखर्जी और दूसरे बड़े नाम शामिल हैं।
इसके साथ ही कुछ तस्वीरों में देबांजन को आईएमए के राज्य सचिव और टीएमसी सांसद शांतनु सेन और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष अविशेक डालमिया के साथ भी देखा गया है।
वहीं मामला चर्चा में आने के बाद शांतनु सेन ने देबांजन के खिलाफ केस दर्ज कराया है। शांतनु ने कहा है कि "जब हमें पता चला कि वह धोखेबाज है, हमने बिना समय गंवाए मुचिपारा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।" उन्होंने कहा यह एक संगठित अपराध है और पुलिस अपना काम कर रही है।
बीजेपी ने हमला किया तेज
तस्वीरे वायरल होने के बाद से बीजेपी हमलावर हो गई है और टीएमसी नेताओं के साथ देबांजन की मौजूदगी पर सवाल उठाया है। भाजपा सांसद सौमित्र खान ने केंद्रीय एजेंसियों से इसकी जांच की मांग की है।
सौमित्र खान ने ट्विटर पर लिखा "खुले बाजार में वैक्सीन कैसे उपलब्ध है? इस मामले में तृणमूल सांसद और विधायक शामिल हैं। उनकी मौजूदगी में ऐसा किया जा रहा है। इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी करेगी तो सही जानकारी सामने आएगी।"
राज्यसभा सांसद स्वप्नदास गुप्ता ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है। गुप्ता ने लिखा कोलकाता में फर्जी आईएएस और फर्जी वैक्सीनेशन घोटाला मामले में अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। पहली नजर में ऐसा मालूम पड़ता है कि ममता बनर्जी की तस्वीर और टीएमसी का झंडा लगा लेने भर से पश्चिम बंगाल में कुछ भी करने की छूट मिल जाती है। अब यह फ्री वैक्सीन बेचने का भी कार्ड हो गया है।
कौन हैं देबांजन देव?
खुद को फर्जी आईएएस अधिकारी बताने वाले देबंजन देब ने अपनी स्कूली शिक्षा सियालदह के ताकी हाउस और चारु चंद्र कॉलेज से की। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से जेनेटिक्स पर एक कोर्स शुरू किया लेकिन बीच में ही छोड़ दिया।
देबांजन ने विद्यासागर विश्वविद्यालय में एक दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम में प्रवेश लिया, लेकिन इसे भी बीच में ही छोड़ दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, देब ने दावा किया है कि वह संगीत एलबम बना रहे हैं।
क्या
है
पूरा
मामला?
कोलकाता
पुलिस
ने
28
वर्षीय
देबांजन
देव
को
बुधवार
को
गिरफ्तार
किया
है।
उन
पर
खुद
को
फर्जी
आईएएस
बताने
और
कस्बा
क्षेत्र
में
फर्जी
वैक्सीनेशन
कैंप
लगाने
का
आरोप
है।
इसी
कैंप
में
टीएमसी
सांसद
मिमी
चक्रवर्ती
ने
भी
वैक्सीन
लगवाई
थी।
मिमी चक्रवर्ती को कैंप में आकर टीका लगवाने के लिए आमंत्रण दिया गया था। मिमी को उस समय शक हुआ जब वैक्सीन लगवाने के बाद उनके पास कोई मैसेज नहीं आया जबकि सभी के पास ये मैसेज जाता है। इसके बाद मिमी चक्रवर्ती ने पुलिस में शिकायत की थी।
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