Uttarakhand:नए 6 थाने और 20 चौकियों को खोलने के लिए पुलिसकर्मियों की कमी कैसे होगी पूरा, ये है विभाग का प्लान
नए 6 थाने और 20 चौकियां खुलेंगी, पुलिसबल की होगी जरूरत
उत्तराखंड के 9 जिलों में 6 थाने और 20 चौकियों को खोलने की कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद पुलिस महकमा भी इस प्रस्ताव को तैयार करने में जुटा है। नए थाने और चौकियों को खोलने के लिए वहां स्टाफ की भी आवश्यकता होगी। ऐसे में पुलिसकमियों की कमी को पूरा करने के लिए पुलिस मुख्यालय से इस संबंध में प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्र और मैदानी क्षेत्रों के मानकों के हिसाब से ही नए थाने, चौकी में पुलिसकर्मियों की व्यवस्था को पूरा किया जाएगा।
पहले चरण में 6 थाने और 20 पुलिस चौकी खोली जाएगी
उत्तराखंड में अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे रेवन्यू सिस्टम को खत्म करने की दिशा में उत्तराखंड सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाया है। जिन क्षेत्रों में राजस्व पुलिस का अधिकार क्षेत्र है, वहां धीरे-धीरे पुलिस के थाने और चौकी खोली जाएगी। इसके लिए कैबिनेट ने भी मंजूरी दे दी है। पहले चरण में 6 थाने और 20 पुलिस चौकी खोली जाएगी। अंकिता भंडारी केस के सामने आने के बाद से रेवेन्यू पुलिस सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं।
राजस्व पुलिस को अब रेगुलर पुलिस में परिवर्तित करने जा रही
उत्तराखंड देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां आज भी राजस्व विभाग के कर्मचारी और अधिकारी जैसे पटवारी, लेखपाल, कानूनगो और नायब तहसीलदार आदि पुलिस का काम करते हैं। धामी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश के 9 जिलों में 6 थाने और 20 चौकियों को खोलने की मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार चरणबद्ध तरीके से राजस्व पुलिस को अब रेगुलर पुलिस में परिवर्तित करने जा रही है। सबसे पहले राज्य में 6 नए थाने और 20 चौकियों के लिए शासन से मंजूरी मिल गयी है।
6 थाना, प्रदेश में 20 नईं चौकियां
पहले चरण में पौड़ी जिले के यमकेश्वर, टिहरी जिले के छाम, चमोली जिले के घाट, नैनीताल जिले के खनस्यू,अल्मोड़ा जिले के देघाट और धौलझीना को थाना बनाया है। साथ ही प्रदेश में 20 नईं चौकियां खोलने की तैयारी भी शुरू हो गई है। जिसमें देहरादून जिले के लाखामंडल, पौड़ी जिले के बीरोंखाल, टिहरी जिले के गजा, कंडीखाल, चमीयाला और चमोली जिले के नौटी, नारायणबगड़, उर्गम,रुद्रप्रयाग जिले के चोपता, दुर्गाधार,उत्तरकाशी जिले के संकरी, धोंतरी, नेनीताल जिले के औखलकांडा,धानाचूली, हेडाखान, धारी,अल्मोड़ा जिले के मजखाली,जागेश्वर, भैनखाल के साथ चम्पावत जिले के बाराकोट में नई चौकियां खुलेंगी।
थानों में पुलिसकर्मियों की 14, पर्वतीय क्षेत्रों में 11 की आवश्यकता होती
केबिनेट से मंजूरी मिलते ही पुलिस मुख्यालय इस पर वर्कआउट करने लगा हुआ है। मानकों की बात करें तो मैदानी क्षेत्र के थानों में पुलिसकर्मियों की 14 जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में 11 की आवश्यकता होती है। इस समय पुलिस विभाग में 2500 पुलिसकर्मियों की कमी है। जिनमें से 1521 पदों पर नियुक्ति की जा रही है।
मानकों के अनुरूप, प्रस्ताव तैयार किया जा रहा
आईजी कार्मिक एपी अंशुमान ने बताया कि नए थाने और चौकियों के लिए जो भी मानकों के अनुरूप पुलिसकर्मियों की आवश्यकता होगी, उसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्राइम रेट और अन्य पुलिसिंग के लिहाज से ये देखा जाएगा कि किस थाने में कितने स्टाफ की आवश्यकता है, उस हिसाब से ही प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। आईजी ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी थाने में 22 तो किसी में 100 तक स्टाफ की आवश्यकता होती है। ये थाने के क्षेत्र और आवश्यकता के अनुसार ही तैनाती होती है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में अभी कार्मिकों की कमी को विभाग अपने स्तर से ही पूरा करेगा। 1521 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति इसी साल संघ लोक सेवा आयोग की जरिए की जा रही है। आने वाले समय में आवश्यकतानुसार पुलिसकर्मियों की कमी को पूरा कर लिया जाएगा।