उत्तराखंड: बारिश-भूस्खलन के बीच फंसे पर्यटकों को नहीं मिल रहीं बसें, टैक्सी वाले 500-600 रुपए ले रहे
नैनीताल, 20 अक्टूबर, 2021: भारी बारिश-भूस्खलन और बाढ़ से जूझ रहे उत्तराखंड के कुछ जिलों में बाहरी राज्यों के काफी पर्यटक अभी भी फंसे हुए हैं। पर्यटकों को सुरक्षित वापसी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, कुछ लोग यहां आपदा को अपने अवसर के रूप में देख रहे हैं। टैंपो और टैक्सी चलाने वाले ड्राइवर भारी बारिश और भूस्खलन के चलते फंसे पर्यटकों से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं। वहीं, खाने की चीजें औने-पौने दामों में बेची जा रही हैं। नैनीताल में एक पर्यटक ने आपबीती बताते हुए कहा कि, "हम नैनीताल घूमने आए थे। मगर, जब भारी बारिश और भूस्खलन हुआ..तो मुसीबत में फंस गए।"
पर्यटक ने कहा, "हमें जल्द सुरक्षित निकलना था, लेकिन बसें नहीं मिल रही थीं। सरकार का कहना है कि यातायात-सेवा बहाल की जा रही है, लेकिन हालत यह हैं कि कुछ ही दूरी तक पहुंचाने के लिए यहां टैक्सी वाले 500-600 रुपए तक वसूल रहे हैं। हमें काफ़ी दिक्कत हो रही है।"
बता दें कि, अभी उत्तराखंड पुलिस की ओर से कहा जा रहा है कि, यातायात व्यवस्था की बहाली हो रही है। पुलिस ने दावा किया है कि, चारधाम यात्रा जारी है। पुलिस ने अपने आॅफिशियल ट्विटर पर कहा कि, यमुनोत्री-गंगोत्री, केदारनाथ धाम यात्रा फिर से शुरू हो गई है। हालांकि, जोशीमठ के पास बद्रीनाथ हाईवे बंद होने के कारण बद्रीनाथ यात्रा फिलहाल शुरू नहीं हो सकी है, मगर बद्रीनाथ यात्रा भी जल्द सुगम होगी।
राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि, उत्तराखंड में राहत एवं बचाव कार्य जोरों पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि, भारी बारिश के कारण कल बाधित हुए नैनीताल-कालाढूंगी मार्ग को फिर से खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि, यहां यातायात की आवाजाही अब शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा- मुझे भरोसा है कि शीघ्र ही बद्रीनाथ यात्रा भी सुचारू हो जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, एसडीआरएफ उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर के रिहायशी इलाकों में बचाव अभियान चला रही है। वह इलाका भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। राहत एवं बचाव दल के अभियान में एसडीआरएफ कमांडेंट नवनीत सिंह भी शामिल हो गए हैं।