उत्तराखंड में 2017 में में भाजपा ने दर्ज की थी रिकॉर्ड जीत, मिली थीं 57 सीटें
देहरादून, 8 जनवरी: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर दिया है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होगा और को 10 मार्च को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। राज्य में बीते विधानसभा चुनाव यानी 2017 में हुए इलेक्शन की बात की जाए तो उसमें भाजपा ने एक तरफा जीत हासिल करते हुए कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी। राज्य की कुल 70 सीटों में भाजपा को 57 तो कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें मिली थीं। उस समय के मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी दोनों सीटों पर हार गए थे।
2017 में 70 सदस्यों वाली उत्तराखंड विधानसभा के लिए 15 फरवरी को 69 सीटों पर वोट डाले गए थे। जिसमें भाजपा को 56 सीट मिली। कर्णप्रयाग में बसपा उम्मीदवार की सड़क हादसे में मौत के बाद वहां वोटिंग टाल दी गई थी। यहां बाद में वोटिंग हुई और इस सीट को भी भारतीय जनता पार्टी ने जीत लिया। ऐसे में भाजपा के पास 57 सीटें हो गईं। इस चुनाव में दो सीटें निर्दलीयों ने जीती थीं।
भाजपा ने बदले तीन सीएम
भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था। चार साल तक त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम रहे। 9 मार्च, 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सांसद तीरथ सिंह रावत सीएम बने। कुछ ही महीने में ही उन्हें भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद पुष्कर सिंह धामी को राज्य का सीएम बनाया गया, फिलहाल धामी उत्तराखंड के सीएम हैं।
भाजपा कांग्रेस में सीधा मुकाबला, आप भी मैदान में
इस दफा कांग्रेस और भाजपा में ही सीधा मुकाबला माना जा रहा है। इस बार आम आदमी पार्टी भी दमखम के साथ चुनाव में उतरी है। वहीं बसपा ने भी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली जैसे मुद्दों को विपक्ष उठा रहा है।
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