मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे क्या थी साजिश? लीक हुए इस ऑडियो के बाद लग रहे हैं कयास
वाराणसी। पूर्वांचल के माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को आज सुबह 6:30 बजे बागपत जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने शासन और प्रशासन को हिला कर रख दिया वही जेल के अंदर माफिया डॉन पर बरसाई गई गोली कई सवाल खड़े करती है। सबसे बड़ा सवाल है कि जेल में आखिरकार असलहा कैसे पहुंचा और मुन्ना बजरंगी की हत्या करने वाला सुनील राठी अपने बैरक से मुन्ना बजरंगी की बैरक तक कैसे पहुंचा। इन सबके बीच मुन्ना बजरंगी के वकील और जेल के डॉक्टर की बातचीत का एक आडियो भी वायरल हुआ है। जो खुद अपने में कई सवाल खड़े करता है।
क्या है ऑडियो में ?
इस ऑडियो में मुन्ना बजरंगी के वकील अनुज यादव ने जेल के डॉक्टर से पूछा है कि मुन्ना बजरंगी की हालत कैसी है जिस पर यह जवाब मिला की मुन्ना को BP की शिकायत है। जब वकील ने उनसे पूछा कि आखिरकार उनके शरीर का मूवमेंट क्या है तो उसने बताया कि हालत इस कदर खराब है कि उन्हें कहीं ले जाया नहीं जा सकता फिर ऐसे में उन्हें जबरदस्ती झांसी जेल से बागपत जेल मुन्ना बजरंगी को किसके इशारे पर ले आया गया, क्या योगी राज में अब लोग जेलों में भी महफूज नहीं हैं। यह सवाल अभी भी भविष्य के पन्नों में छुपा हुआ है कि क्या मुन्ना बजरंगी को एक जेल से दूसरे जेल पेशी पर जबदस्ती हत्या की मंशा से तो नही ले आया गया था। ऐसे कई सवाल जो इस आडियो के सामने आने के बाद खड़े होते है।
डॉक्टर ने कही भी ले जाने से मना किया था
यही नहीं डॉक्टर और मुन्ना बजरंगी के वकील के बीच हुई बातचीत में यह बातें भी सामने आई कि मुन्ना बजरंगी BP कंडीशन इतनी खराब है कि उन्हें किसी भी सूरत में कहीं ले जाया नहीं जा सकता था। जेल के बाहर से बुलाए गए डॉक्टरों ने उन्हें आईसीसीयू में भर्ती कराने की सलाह दी थी लेकिन मुन्ना बजरंगी के वकील ने यह बात साफ की की उन्हें जान का खतरा है और इलाज जेल भी हो सकता है। जिसे लेकर वकील अजुन यादव ने अपनी संतुष्टि जाहिर की थी। लेकिन जब जेल के डॉक्टर ने इस बात की रिपोर्ट तैयार कर ली थी कि मुन्ना बजरंगी की हालत ज्यादा खराब है और उन्हें कहीं नहीं जा सकता तो आखिर क्यो उन्हें झांसी जेल से बागपत रंगदारी के मामले में पेशी के लिए ले जाया गया।
इसके पहले भी मुन्ना बजरंगी के शूटर अन्नू त्रिपाठी को ऐसे ही जेल में हत्या की गई थी
कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या और असलहे का जाना यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी मुन्ना बजरंगी के शार्प शूटर अनु त्रिपाठी की कुछ इसी अंदाज में 2005 में वाराणसी के सेंट्रल जेल में हत्या की गई थी, और असलहा जेल प्रशासन की मिलीभगत से जेल परिसर में मौजूद कराया गया था । उस वक्त जेल में बंद कट्टू नामक अपराधी ने अनु त्रिपाठी की हत्या का आरोप अपने सिर पर लिया था। अनु त्रिपाठी मुन्ना बजरंगी का उस समय सबसे खतरनाक शूटर था। और उसके तमाम मुकदमा वाराणसी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में लंबित है और अनु त्रिपाठी इलाहाबाद के नैनी जेल में बंद था। एक बार अनु त्रिपाठी की गाड़ी पर हमला हुआ जिसमें एक सिपाही की मौत हुई थी और दरोगा गंभीर रूप से घायल हुए थे उसके बाद अनु त्रिपाठी का वाराणसी जेल में ट्रांसफर कर दिया गया, और ऐसे ही अंदाज में सुबह के समय अनु त्रिपाठी की जेल के बैरक में गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी थी।
हत्या पर कानपुर एडीजी का बयान
इस मामले में कानपुर एडीजी जोन अविनाश चन्द्र ने कहा कि झांसी से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मुन्ना को बागपत भेजा गया था। मुन्ना की पत्नी की उसकी हत्या की आशंका जताने पर जेल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। पिछले कई सालों से मुन्ना बजरंगी झांसी जेल में था। जब भी उसे जेल से पेशी पर भेजा जाता था पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाती थी। बागपत भेजने में भी सुरक्षा नियमों का पालन किया गया था। झांसी से कल सुबह मुन्ना को लेकर एक इन्स्पेक्टर,एक एसआई और 18 सिपाहियों के साथ उसे बागपत भेजा गया था। इसके साथ ही उन्होंने जोन के सभी कप्तानों को जेलों में डीएम से तालमेल कर जेल की सुरक्षा का जायजा लेंने को कहा है। एडीजी ने जेलों में सीसीटीवी लगवाने और कुख्यात कैदियों से मिलने आने वालों पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
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