बसों, शौचालयों के बाद अब भगवा रंग से रंगने शुरू हुए यूपी के सरकारी स्कूल
बलरामपुर। यूपी सरकार का सरकारी इमारतों को भगवा रंग से रंगने का अभियान जारी है। बसों, शौचालयों, टोल प्लाजा के बाद अब सरकारी स्कूलों के भगवा रंग से रंग देने का मामला सामने आया है। इस मामले में अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद भगवाकरण शुरू हो गया था। इमारतों, बसों, शौचालयों और टोल प्लाजा के बाद अब सरकारी स्कूलों का भगवाकरण किया जा रहा है। यूपी के बलरामपुर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो कहने पर मजबूर कर देगी कि आखिर शिक्षा का भगवाकरण क्यों किया जा रहा है। स्कूलों की सरकारी इमारतें आमतौर पर सफेद चूने से रंगी होती हैं। या कई बार क्रीम कलर का भी प्रयोग होता है।
यूपी में योगी सरकार के अधिकारियों का भगवा प्रेम नही छूट रहा है अब सरकारी स्कूलों का भी भगवाकरण शुरू हो गया है। सरकारी स्कूल के भगवाकरण की तस्वीर यूपी के बलरामपुर से सामने आई हैं। केसरिया या यूं कहें भगवा रंग से रंगा शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा के ये प्राथमिक विद्यालय अहलादनगर नये शैक्षिक सत्र में खुलने के लिए तैयार खड़ा है।
स्कूल की दीवारें, बाउड्री, शौचालय, अतिरिक्त कक्ष और रसोई तक सब केसरिया रंग में रंगे है। स्कूल की छतों और दीवारो में भले ही दरारें हों, भवन बरसात के दिनों में और भी कमजोर हो जाएगा, विद्यालय परिसर में गंदगी और आस पास झाड़ियां उगी हों उसे साफ कराने व भवन को ठीक कराने में अधिकारियों की कोई रुचि नही है लेकिन भगवा रंग में रंगा ये विद्यालय आज से खुलने के लिए तैयार खड़ा है।
विद्यालय के भगवाकरण के इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिहर प्रसाद का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है लेकिन वो ये भी कहते है कि शासन से कोई स्ट्रीक्टली गाइड लाइन नहीं है लेकिन ये है कि सामान्य क्रीम कलर होना चाहिए। नीति आयोग की रिपोर्ट व शिक्षा में इस अति पिछड़े जिले के स्कूलों को भगवा रंग में रंग देने से क्या शिक्षा में सुधार होगा।