#AGRA में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छात्रों से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने को कहा
आगरा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छात्रों से आव्हान किया कि वो उनको मिले मौकों का सदुपयोग कर राष्ट्र निर्माण में सहभागी बनें। आगरा में डॉक्टर बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय के 83वें दीक्षांत समारोह के मौके पर श्री कोविंद ने छात्रों को डॉक्टर अंबेडकर से प्रेरणा लेने को कहा। उन्होंने डॉक्टर अंबेडकर को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय के 83वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ये दीक्षांत समारोह आपकी शैक्षिक यात्रा का अंत नहीं है बल्कि सीखने की प्रक्रिया ताउम्र जारी रहेगी। आपको पूरी तन्मयता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए और उन लोगों की भी मदद करनी चाहिए जो आपसे बहुत पीछे हैं। आगरा विश्वविद्यालय के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का 90 साल का गौरवशाली इतिहास रहा है जिसने देश को दो प्रधानमंत्री, दो राष्ट्रपति और कई राज्यपाल दिए हैं।
राष्ट्रपति ने छात्रों को डॉक्टर अंबेडकर से प्रेरणा लेने को कहा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे यह देख कर विशेष प्रसन्नता हुई है कि हमारी बेटियों ने शानदार प्रदर्शन किया है और इतनी बड़ी संख्या में पदक प्राप्त किये हैं। मैं आप सभी युवाओं से यह अपेक्षा करता हूं कि आप संवेदनशीलता के साथ, समाज और देश को अपना अहम योगदान देते रहेंगे। इस विश्वविद्यालय ने एक प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है, मॉडल स्कूल में कुछ गरीब बच्चों की शिक्षा की ज़िम्मेदारी ली है, कॉर्निया प्रत्यारोपण के कार्यक्रम चलाए हैं और रक्तदान शिविर आयोजित किए हैं। समाज-हित से जुड़े ये सभी प्रयास सराहनीय हैं। आजादी के पहले, लाहौर से कोलकाता तक, अनेक राज्यों, और नेपाल के कुल 108 महाविद्यालय इससे सम्बद्ध थे।
राष्ट्रपति बोले- इस विश्वविद्यालय से मेरा भी जुड़ाव रहा
राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे ये याद कर प्रसन्नता होती है कि इस विश्वविद्यालय से मेरा भी जुड़ाव रहा है। कानपुर के डीएवी कॉलेज से श्री कोविंद ने स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, वो आगरा विश्वविद्यालय से संबद्धित था। आगरा विश्वविद्यालय से अभी करीब एक हजार कॉलेज और 7.5 लाख छात्र संबद्धित हैं। आगरा विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
दीक्षांत समारोह कुल 114 मेडल बांटे गए
इससे पहले उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और कुलाधिपति राम नाईक ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि जो कुल 114 मेडल बांटे गए हैं, उनमें से 96 मेडल अकेले छात्राओं को मिले हैं। उन्होंने कहा कि हम विधायिका में महिला आरक्षण की मांग करते हैं बल्कि इधर तो महिलाओं ने अपने दम पर अपनी काबिलियत साबित कर दी है। श्री नाईक ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, छात्रों को आत्ममंथन करना चाहिए और खुद में उसके मुताबिक सुधार करना चाहिए। विश्वविद्यालय ने मिसाइल वुमन के नाम से मशहूर टेसी थॉमस, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकरार अजित डोवाल को भी मानद उपाधि देकर सम्मानित किया। डोवाल आगरा विश्विद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। अपने संबोधन में श्री डोवाल ने छात्रों से कहा कि वो खुद को वैश्विक स्पर्धा के मुताबिक तैयार करें।
इसे भी पढ़ें:- कांग्रेस 2019 के चुनाव तक राम मंदिर मामले की सुनवाई क्यों टालना चाहती है: अमित शाह