बक्सर में ओएचई तार टूटने से मिर्जापुर में रेल यात्रियों ने किया हंगामा
मिर्जापुर। दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग पर शनिवार की सुबह पौने सात बजे बिहार के बक्सर के समीप ओएचई तार टूटने से ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया। इससे मिर्जापुर जिले के जिगना रेलवे स्टेशन से लेकर जिवनाथपुर तक ट्रेनों को जहां तहां रोक दिया गया। तीन घंटे तक ट्रेनों को रोके जाने से यात्रियों ने हंगामा किया। पहाड़ा रेलवे स्टेशन पर तो डाउन विक्त्रमशिला एक्सप्रेस के यात्री उग्र होकर स्टेशन मास्टर को बंधक बनाकर रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां तक कि मुख्य रेल लाइन पर पत्थर, रेलवे का स्लीपर, लोहे और अन्य वस्तुओं को रखकर जाम करने की कोशिश की। एसडीएम सदर, सीओ के साथ ही जीआरपी, आरपीएफ और पड़री थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
विक्रमशिला
एक्सप्रेस
को
लूप
लाइन
पर
खड़ा
कराया
पहाड़ा
रेलवे
स्टेशन
पर
डाउन
लाइन
की
तीन
एक्सप्रेस
ट्रेनों
पुरुषोत्तम,
ताप्तीगंगा,
दो
पैसेंजर
और
एक
मालगाड़ी
को
रोक
दिया
गया।
यहीं
पर
आनंद
विहार
से
पटना
जा
रही
विक्रमशिला
एक्सप्रेस
को
लूप
लाइन
पर
खड़ा
करा
दिया
गया।
कुछ
देर
तक
तो
यात्री
ट्रेन
के
चलने
का
इंतजार
किया।
प्लेटफार्म
पर
उतरकर
देखा
तो
और
ट्रेनों
को
खड़ा
देख
उग्र
हो
गए।
सबसे
पहले
यात्री
स्टेशन
मास्टर
रामजी
वर्मा
के
कमरे
में
पहुंचे
और
उनको
वहीं
पर
बंधक
बना
दिया।
तब
तक
को
दूसरी
ट्रेनों
के
यात्री
भी
उग्र
हो
गए।
फिर
क्या
था
यात्रियों
का
तांडव
शुरू
हो
गया।
यात्रियों
ने
मुख्य
रेल
लाइन
पर
रेलवे
का
स्लीपर,
लोहा,
खंभा
और
पत्थर
रखकर
जाम
कर
दिया।
जीआरपी
और
पुलिस
ने
समझाया
रेलवे
के
अधिकारी
और
प्रशासन
के
खिलाफ
नारे
लगाने
लगे।
हालात
बेकाबू
होता
देख
रेलकर्मियों
की
ओर
से
जीआरपी,
पड़री
थाना
की
पुलिस
के
साथ
ही
आला
अधिकारियों
को
सूचना
दी
गई।
सूचना
पर
जीआरपी,आरपीएफ,
पड़री
थाना
की
पुलिस
फोर्स
के
साथ
ही
सीओ
सदर
बृजेश
त्रिपाठी
व
एसडीएम
सदर
अरविंद
सिंह
चौहान
मौके
पर
पहुंचे।
अधिकारियों
ने
यात्रियों
की
मान
मनौव्वल
करके
शांत
कराया
और
मुख्य
रेल
लाइन
पर
रखे
पत्थर,
स्लीपर,
खंभे
और
लोहे
की
रॉड
को
हटवाया।
तब
तक
सवा
दस
बजे
से
ट्रेनों
का
परिचालन
शुरू
होने
से
यात्रियों
और
रेलकर्मियों
ने
राहत
की
सांस
ली।
सबसे
पहले
विक्रमशिला
एक्सप्रेस
ट्रेन
रवाना
हुई
पहाड़ा
रेलवे
स्टेशन
पर
सुबह
6.53
से
10.10
बजे
तक
ट्रेनें
खड़ी
रहीं।
परिचालन
शुरू
होने
पर
सबसे
पहले
डाउन
आनंद
विहार
दिल्ली
से
पटना
जा
रही
विक्रमशिला
एक्सप्रेस
को
रवाना
किया
गया।
हंगामा
करने
वाले
यात्री
भी
पहले
अपनी
ट्रेन
का
रवाना
करने
की
मांग
कर
रहे
थे।
यात्रियों
का
आरोप
था
कि
बेहतर
सुविधा
के
लिए
महंगी
ट्रेन
से
यात्रा
करने
का
कोई
मतलब
नहीं
रह
गया
है।
पहले
से
ही
ट्रेन
देर
से
चल
रही
थी।
इलाहाबाद
से
मुगलसराय
के
बीच
तो
ट्रेन
का
परिचालन
सबसे
खराब
रहा।
जहां
तहां
ट्रेन
को
रोकने
से
गर्मी
के
दिनों
में
यात्रियों
के
साथ
ही
सफर
करने
वाले
बच्चों
को
ज्यादा
दिक्कत
हुई।
रेलवे
के
अधिकारियों,
कर्मचारियों
को
सूचना
देने
पर
भी
कोई
कार्रवाई
नहीं
हो
रही
है।
इसलिए
उनको
विवश
होकर
उग्र
रूख
अख्तियार
करना
पड़ा।
स्टेशन
मास्टर
को
सवा
घंटे
तक
बंधक
बनाए
रखा
गया
पहाड़ा
रेलवे
स्टेशन
पर
ट्रेनों
के
यात्रियों
ने
स्टेशन
मास्टर
रामजी
वर्मा
को
शनिवार
की
सुबह
साढ़े
सात
बजे
से
पौने
नौ
बजे
तक
बंधक
बनाए
रखा
गया।
अधिकारियों
के
आकर
मनाने
पर
यात्रियों
ने
स्टेशन
मास्टर
को
मुक्त
किया।
यात्रियों
का
कहना
था
कि
स्टेशन
मास्टर
को
बंधक
बनाने
का
उनका
कोई
उद्देश्य
नहीं
था
लेकिन
वह
दुर्व्यवस्थाओं
को
रेल
मंत्रालय
और
प्रशासन
तक
पहुंचाना
चाह
रहे
थे।
इसलिए
उन्होंने
ऐसा
किया।
अधिकारियों
के
आने
के
बाद
उनकी
शिकायत
दर्ज
कर
ली
गई
उसके
बाद
मुक्त
कर
दिया
गया।
जीआरपी
ने
अज्ञात
रेल
यात्रियों
के
खिलाफ
दर्ज
किया
केस
पहाड़ा
रेलवे
स्टेशन
पर
यात्रियों
की
ओर
से
हंगामा
किए
जाने
और
मुख्य
रेल
मार्ग
को
पत्थर
रखकर
प्रभावित
किए
जाने
के
आरोप
में
अज्ञात
रेल
यात्रियों
के
खिलाफ
केस
दर्ज
कर
लिया।
जीआरपी
थाना
मिर्जापुर
के
प्रभारी
केदारनाथ
मौर्या
ने
बताया
कि
पहाड़ा
में
उपद्रव
करने
वाले
अज्ञात
रेल
यात्रियों
के
खिलाफ
प्राथमिकी
दर्ज
करके
कार्रवाई
की
जा
रही
है।
इसकी
सूचना
इलाहाबाद
रेल
मंडल
प्रबंध
कार्यालय
को
भी
दे
दी
गई
है।
वहां
से
मिलने
वाले
निर्देश
के
बाद
कार्रवाई
की
जाएगी।
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