शाहजहांपुर: टिकट मिलने के ठीक बाद बीजेपी कैंडिडेट ने आचार संहिता की उड़ाई धज्जियां
कोतवाली क्षेत्र मे उड़नदस्ता की टीम और पुलिस की चेकिंग के दौरान बीजेपी प्रत्याशी मनोज कश्यप की गाड़ी पर झंडा लगा मिला। मजिस्ट्रेट के झंडे को उतारने पर मनोज कश्यप खुद को प्रत्याशी बताने लगे।
शाहजहांपुर। यूपी में विधानसभा होने के चलते आए दिन चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में ताजा मामला बीजेपी से आया है। गौरतलब है कि प्रदेश में बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इसी के चलते बीती रात टिकट क्लियर होने के बाद बीजेपी प्रत्याशी चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए दिखे। बीजेपी प्रत्याशी मनोज कश्यप अपने विधानसभा क्षेत्र जलालाबाद जाते हुए आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए। कोतवाली क्षेत्र मे उड़नदस्ता की टीम और पुलिस की चेकिंग के दौरान बीजेपी प्रत्याशी मनोज कश्यप की गाड़ी पर झंडा लगा मिला। मजिस्ट्रेट के झंडे को उतारने पर मनोज कश्यप खुद को बीजेपी प्रत्याशी बताने लगे। ये भी पढ़ें: यूपी विधानसभा चुनाव 2017: पढ़िए बुलंदशहर के बीजेपी प्रत्याशियों की पूरी राजनीतिक कुंडली
दरअसल बीती रात बीजेपी के प्रत्याशियों की घोषित हुई लिस्ट जारी की गई। जिसके बाद शाहजहांपुर के जलालाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मनोज कश्यप का नाम लिस्ट में होने के बाद मनोज कश्यप शाहजहांपुर सिटी आ गए। रात करीब 11 बजे अपने क्षेत्र जलालाबाद जाने के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए। बता दें कि उनकी गाड़ी पर झंडा, शीशे पर नेम प्लेट उस पर उनका पद लिखा था और शीशे पर पोस्टर भी लगा हुआ था। कोतवाली क्षेत्र के राजघाट चौकी के पास उड़नदस्ता और पुलिस की टीम चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान मनोज कश्यप की झंडा लगी गाड़ी के वहां से गुजरने के दौरान उड़नदस्ता टीम ने रोक लिया।
चेकिंग के दौरान मजिस्ट्रेट ने प्रत्याशी से झंडा उतारने के लिए कहा। लेकिन, मनोज कश्यप खुद को बीजेपी प्रत्याशी होने का रुतबा दिखाने लगे। लेकिन उड़नदस्ता टीम के मजिस्ट्रेट ने उनकी एक न सुनी और परमिट के बारे मे पूछने लगे। लेकिन, बीजेपी प्रत्याशी के पास कोई परमिट ने होने के चलते मजिस्ट्रेट को फोन लगाया। वहीं, दबाव बनाने के लिए मजिस्ट्रेट से फोन पर बात करवाई लेकिन मजिस्ट्रेट ने फोन पर बात करते हुए मना कर दिया कि झंडा उतारना ही पड़ेगा। ये भी पढ़ें: यूपी विधानसभा चुनाव 2017: बीजेपी की पहली सूची में दलबदलुओं का दबदबा