असम पुलिस में DSP बनीं ओलंपिक ब्राॅन्ज मेडल विजेता लवलीना बोरगोहेन
दिसपुर। टोक्यो ओलिंपिक में ब्राॅन्ज मेडल जीतने वाली मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को एक बड़ी जिम्मेदारी साैंपी गई है। उन्हें बुधवार को असम पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) का पद साैंपा गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जनता भवन, दिसपुर में लवलीना को नियुक्ति पत्र सौंपा। असम के मुख्यमंत्री ने किया हुआ वादा पुरा किया है। जब लवलीना ने मेडल जीता था तो मुख्यमंत्री हिमंत ने उन्हें डीएसपी का पद साैंपने का ऐलान किया था, साथ ही लवलीना के नाम पर सड़क और उनके गृह नगर में एक स्टेडियम भी बनाने की घोषणा की थी।
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लवलीना ने मंगलवार को असम के स्पेशल डीजी एलआर बिश्नोई से मुलाकात की थी। बिश्वोई ने लवलीना का बुके देकर स्वागत किया था। बिश्वोई ने अपने ट्विटर पर फोटो भी शेयर की थी, जिसे फिर लवलीना ने रीट्वीट करते हुए उनका धन्यवाद दिया था। गाैर हो कि लवलीना ओलिंपिक के इतिहास में मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी महिला मुक्केबाज बनीं थी। यही नहीं, वह 125 साल के ओलिंपिक इतिहास में असम की पहली एथलीट हैं, जिन्होंने मेडल जीता है। इसके अलावा लवलीन ओलंपिक पोडियम पर अपना सफर समाप्त करने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गई। उनसे पहले छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम और विजेंदर सिंह भी ओलंपिक में मेडल जीत चुके हैं।
लवलीना के मेडल जीतने से उनके गांव का नक्शा भी बदल गया था जो कच्ची सड़क होने से राहगीरों को परेशान करता था। गोलघाट जिले के बारोमुथिया गांव की स्थिति बेहद खराब थी, लेकिन अब पूरे गांव में खुशी का माहाैल है। जब असम सरकार को पता लगा कि मेडल आ गया है तो उन्होंने सबसे पहले लवलीना के गांव की सड़क पक्की करने के लिए तुरंत एक्शन लिया था।
गाैर हो कि 23 साल की महिला मुक्केबाज लवलीना सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली से हार गई थी। पहली बार ओलिंपिक खेल रहीं लवलीना को 0-5 से शिकस्त का सामना करते हुए ब्राॅन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा था। टोक्यो ओलिंपिक खेलों के बाद लवलीना ने कहा था कि अब उनका अगला लक्ष्य पेरिस 2024 में गोल्ड मेडल जीतना है।