'इंग्लैंड में मैं खराब कर रहा था बल्लेबाजी', विराट ने बताया 2014 से कैसे अलग है मौजूदा फ्लॉप बैटिंग
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन की बात करें तो क्रिकेट जगत के कई दिग्गज जो अपनी धाक जमा चुके हैं वो इस सीजन अपनी फॉर्म से जूझते नजर आये हैं, जिसमें न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम भी शामिल है, जो आईपीएल 2021 में खेले गये मैचों में 20-21 की औसत से रन बनाये हैं। हालांकि जहां विलियमसन और रोहित शर्मा अभी भी अपनी फॉर्म को हासिल करने में संघर्ष करते नजर आ रहे हैं, वहीं पर विराट कोहली ने आरसीबी के लिये खेले गये आखिरी लीग मैच में 73 रनों की पारी खेलकर वापसी का ऐलान कर दिया है।
विराट कोहली ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गये इस मैच में 169 रनों का पीछा करते हुए 73 रनों की पारी खेली और महज 33 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। विराट कोहली के बल्ले से निकला यह इस सीजन का दूसरा ही अर्धशतक है। उनकी इस पारी के दम पर आरसीबी की टीम ने 8 विकेट से जीत हासिल कर ली और प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा है।
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इंग्लैंड में भी दिखी थी विराट की खराब फॉर्म
विराट कोहली के प्रदर्शन की बात करें तो वो आईपीएल 2022 की 14 पारियों में 23.77 की औसत से 309 रन ही बना सके हैं। इतना ही नहीं वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी लंबे समय से खराब दौर से गुजर रहे हैं और 2019 के बाद से अब तक कोई शतक नहीं लगा पाये हैं। यह पहली बार नहीं है जब विराट कोहली अपने करियर में खराब दौर से गुजर रहे हैं। साल 2014 में जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था तब भी विराट कोहली का फ्लॉप शो देखने को मिला था और वो 5 टेस्ट मैचों की 10 पारियों में (1, 8, 25, 0, 39, 28, 0, 7, 6, और 20) 13.50 की औसत से ही रन बना सके थे।
2014 से बिल्कुल अलग है मौजूदा खराब फॉर्म
विराट कोहली ने स्टार स्पोर्टस को दिये गये अपने इंटरव्यू में बात करते हुए बताया कि कैसे उनके करियर का वो दौर और मौजूदा खराब एक दूसरे से काफी अलग हैं।
उन्होंने कहा,'ईमानदारी से कहूं तो ऐसा नहीं है कि मैं इस फेज को पीछे छोड़ने की ओर देख रहा हूं। इंग्लैंड में जो हुआ वो एक पैटर्न की तरह था जिस पर मैं काम कर सकता था और उससे बाहर निकल सकता था। फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं है जिसको लेकर आप उंगली उठा सको कि यहां पर दिक्कत है और इसे दूर करने की दरकार है, तो वहां पर चीजों को ठीक कर बाहर निकलना आसान था।'
मुझे पता है कि मेरा गेम कहां पर है
विराट कोहली ने आगे बात करते हुए कहा कि मैं जानता हूं कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और कई बार जब मैं पारी का आगाज करता हूं तो अपनी लय को वापस हासिल करता महसूस करता हूं। इंग्लैंड में मुझे बिल्कुल भी ऐसा महसूस नहीं हो रहा था, वहां पर मुझे लगा ही नहीं कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, तो वहां पर मुझे अपनी कमजोरी पर मेहनत करनी पड़ी ताकि दोबारा ऐसा हो तो मैं उससे बाहर आ सकूं। फिलहाल मैं जानता हूं कि मेरा गेम कहां पर है और आप अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में इतनी दूर कभी नहीं आ सकते, अगर आप इन चीजों से बाहर आने की काबिलियत नहीं रखते, या फिर अलग परिस्थितियों में अलग गेंदबाजी का सामना कर पाते।
जल्द हासिल कर लूंगा अपनी निरंतरता
कोहली ने आगे बात करते हुए कहा कि वो अपने करियर के मौजूदा फेज को पीछे छोड़ना नही चाहते हैं और उससे ज्यादा से ज्यादा सीखना चाहते हैं क्योंकि इस वक्त उन्हें अपने गेम का अच्छे से पता है।
उन्होंने कहा,'मेरे लिये मौजूदा फेज का सामना करना ज्यादा आसान है लेकिन मैं इसे पीछे नहीं छोड़ना चाहता। मैं इससे सीखना चाहता हूं और एक खिलाड़ी और व्यक्ति के रूप में अहम चीजों को समझना चाहता हूं। जब तक मैं अपने क्रिकेट करियर के सभी बॉक्सेस क्लियर कर रहा हूं तब तक मैं खेलना जारी रखूंगा। उतार-चढ़ाव इसका हिस्सा हैं और यह बात मुझे पता है और जब मैं इससे बाहर आ जाउंगा तो एक बार फिर से निरंतरता हासिल कर लूंगा।