'IPL की व्यूअरशिप में नहीं हुई है गिरावट', लीग के भविष्य को लेकर जय शाह ने किया बड़ा खुलासा
नई दिल्ली। साल 2020 में सारी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाली महामारी कोरोना वायरस की बीमारी ने खेल जगत को भी ठप्प कर दिया था और इसका असर आईपीएल पर भी देखने को मिला था, जिसके चलते बीसीसीआई ने इसका आयोजन यूएई में कराया था। वहीं पर 2021 में जब बोर्ड ने भारत में इसका आयोजन कराया तो इसे कोरोना वायरस के चलते एक बार फिर से रोकना पड़ा और दूसरे फेज का आयोजन एक बार फिर से यूएई में शिफ्ट करना पड़ा। 5 महीने बाद आईपीएल के दूसरे लेग का आयोजन यूएई में किया गया।
कोरोना महामारी के बावजूद आईपीएल की लोकप्रियता में लगातार बढ़ोतरी ही देखने को मिली है जिसके चलते बीसीसीआई ने अगले सीजन में 2 नई टीमों को शामिल किया तो वहीं पर मैचों की संख्या भी बढ़कर 74 कर दी गई। आईपीएल 2022 में दोनों टीमों के प्रदर्शन ने इसकी लोकप्रियता में 4 चांद लगाये और जब 2023-27 के सीजन के लिये मीडिया अधिकारों की बोली लगी तो बीसीसीआई को पिछले सीजन की तुलना में लगभग 3 गुना पैसा मिला है।
48,390.32 करोड़ में बिके आईपीएल के मीडिया अधिकार
बीसीसीआई ने अगले 5 सालों के लिये मीडिया अधिकारों को 48,390.32 करोड़ रुपये में बेचा है। जहां पर भारत में टीवी प्रसारण के अधिकार डिज्नी स्टार ने 23,575 करोड़ रुपये में खरीदे हैं, तो वहीं पर VIACOM 18 ने डिजिटल अधिकारों को 20,500 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके साथ ही VIACOM 18 ने खास 98 मैचों के स्पेशल प्रसारण अधिकार भी 2991 करोड़ में अपने नाम किये तो वहीं पर भारत के बाहर 5 महाद्वीपों में आईपीएल के प्रसारण के अधिकार को टाइम्स इंटरनेट और VIACOM 18 ने संयुक्त रूप से 1300 करोड़ रुपये में अपने नाम किया।
आईपीएल के भविष्य को लेकर जय शाह ने बताये प्लान
आईपीएल के दुनिया की दूसरी सबसी महंगी फ्रैंचाइजी आधारित लीग बनने के साथ ही बीसीसीआई ने इसे आने वाले सालों में और बढ़ाने का फैसला किया है और इसे न सिर्फ विदेशों में खिलाने बल्कि साल में दो बार आयोजित कराने का भी प्लान किया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस बात की पुष्टि की है और बोर्ड के भविष्य के प्लान के बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने कहा,'हम इसको लेकर अलग-अलग शेयर होल्डर्स से बात कर रहे हैं। कई सारी आईपीएल फ्रैंचाइजियों की ओर से ऐसे भी प्रस्ताव दिये गये हैं जिसके तहत कुछ दोस्ताना मैचों का आयोजन विदेशों में कराने की बात कही है। ऐसा करने के पीछे सिर्फ यही आइडिया है कि हम अपनी पहचान को गंभीरता से वैश्विक स्तर पर स्थापित कर सकें, लेकिन उसके लिये हमें बाकी बोर्ड से बात करने की दरकार होगी, ताकि हमें बाकी खिलाड़ियों के अंतर्राष्ट्रीय शेड्यूल की जानकारी रहे।'
जय शाह ने किया व्यूअरशिप में गिरावट से इंकार
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बावजूद साल 2020 और 2021 में आईपीएल की व्यूअरशिप में भारी इजाफा देखने को मिला था हालांकि 2022 में इसमें कमी नजर आई है। हालांकि जब इसको लेकर जय शाह से बात की गई तो उन्होंने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया और कहा कि आईपीएल की व्यूअरशिप में कोई कमी नहीं आई है। जय शाह ने दावा किया है कि 2022 में लोग बाहर जाने लगे हैं तो इस वजह से वो अपने होटल, पब और सोशल गैदरिंग की जगहों पर मैच देखा है और ऐसे में घर पर नहीं देखने के चलते टीआरपी में गिरावट देखने को मिली है।
नहीं आई है व्यूअरशिप में गिरावट
उन्होंने कहा,'मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि व्यूअरशिप में गिरावट आई है। आपको कोविड से पहले और कोविड के बाद के समय को ध्यान रखना होगा। 2020-2021 में नंबर्स के तेजी से बढ़ने का बड़ा कारण था कि लोग घर पर थे और उनके पास खुद का मनोरंजन करने के लिये सिर्फ आईपीएल ही इकलौता साधन था। लोग कोरोना के चलते घर से बाहर नहीं जा पा रहे थे तो इस वजह से आंकड़ों में तेजी देखने को मिली। अब 2022 में वही लोग थोड़ी सी समानता आने के बाद बाहर जाने लगे हैं। लोग डिनर के लिये बाहर जाने लगे हैं और छुट्टियों पर जा रहे हैं जिसे वो पिछले दो साल से नहीं ले पा रहे थे। इतना ही नहीं जब आप इस साल की व्यूअरशिप को कैलकुलेट करते हैं तो आप सैकड़ों लोगों को टीवी के बजाय पब या रेस्तरां में आनंद लेते हुए देख सकते हैं। ऐसे में जब सैकड़ों लोग एक ही डीटीएच कनेक्शन पर मैच देखेंगे तो टीआरपी कैलकुलेशन में गिरावट तो नजर आयेगी। मैं आपको 2019 की व्यूअरशिप के हिसाब से इन आंकड़ों को देखने को कहूंगा, तो आप पायेंगे इसमें गिरावट नहीं हुई है।'
2019 से भी कम रही आईपीएल की रेटिंग
आपको बता दें कि आईपीएल 2022 की टीवी रेटिंग्स के आंकड़ों के हिसाब से टूर्नामेंट के पहले ही हफ्ते में 33 फीसदी गिरावट देखने को मिली थी। बार्क इंडिया के आंकड़ों के अनुसार आईपीएल 2022 के पहले हफ्त में व्यूअरशिप सिर्फ 2.52 ही रही थी जबकि पिछले सीजन यह आंकड़ा 3.75 था। पहले हफ्ते के ओवरऑल आंकड़ों में भी 14 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली, जिसमें 229.06 मिलियन लोगों ने टूर्नामेंट को देखा था जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 267.7 मिलियन था। कोरोना से पहले के समय में भी आईपीएल के पहले हफ्ते के आंकड़े 268 मिलियन थे जबकि टीवीआर 3.85 रही थी।