सबको पता है पहले क्या हुआ, अतिरिक्त मोटिवेशन की जरूरत नहीं- SRH के खिलाफ जीतकर बोले वार्नर
मुंबई, 6 मई: जिस टीम ने कभी डेविड वार्नर को बेज्जत करके अपने खेमे से बाहर खदेड़ दिया है कल उसके सामने एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया का यह दिग्गज था। इस बार वार्नर ने निर्मम बन कर सनराइजर्स हैदराबाद की ऐसी कुटाई की कि एसआरएच के मुंह पर डेविड का हर शॉट थप्पड़ की तरह से पड़ रहा था। वार्नर के फैंस का दिल इस पारी को देखकर जरूर ठंडा हुआ होगा और रिकी पोंटिंग अभी अपनी टीम की प्लेऑफ उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए खुश होंगे।
किसी अतिरिक्त प्रेरणा की जरूरत नहीं थी
अपनी पुरानी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ डेविड वार्नर ने 58 गेंदों पर नाबाद 92 रनों की पारी खेली। उनको मैन ऑफ द मैच भी मिला क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बैटिंग करते हुए 207 रनों का स्कोर बनाया था जिसको हासिल करते हुए हैदराबाद की फ्रेंचाइजी 186 रनों पर ही सिमट गई।
इस मैच के बाद वार्नर ने कहा है कि उनको इस मुकाबले के लिए किसी अतिरिक्त प्रेरणा की जरूरत नहीं थी।
एसआरएच से मुखातिब होने के बाद वार्नर ने कहा, "मुझे एक्सट्रा मोटिवेशन की जरूरत नहीं थी। हम सबने देखा है भूतकाल में किया हुआ है। एक और जीत हासिल करना अच्छा था।"
इस बार जर्सी का कलर चेंज था
वार्नर की पारी को धाकड़ रॉवमैन पॉवेल ने और भी खूबसूरत बना दिया क्योंकि उन्होंने अंतिम ओवरों में 35 गेंदों पर 67 रनों की हिटिंग की और दिल्ली के वारे-न्यारे होते गए।
वार्नर कहते हैं, "मैं एक छोर पर टिका हुआ था। तेज भागने की कोशिश कर रहा था। उसने गेंद को क्लीन हिट किया और फिर वह लंबी गई। एक ओर दिन 117 मीटर का छक्का भी लगा था, ये लड़के कितनी आसानी से बाउंड्री को क्लियर कर रहे हैं। मैं बूढ़ा होता जा रहा हूं। मुझे जिम में वापस जाने की दरकार है। मैं केवल 85 मीटर ही हिट कर पा रहा हूं। उम्मीद है मैं कभी 100 मीटर हिट कर पाऊंगा।"
मौका शतक लगाने का भी था-
विकेट के बारे में बोलते हुए वार्नर ने कहा कि यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा था और 200 के आसपास कुछ भी बराबर का स्कोर होता। अविश्वसनीय शतक बनाने का मौका होने के बावजूद, उन्होंने रोवमैन पॉवेल को अंतिम ओवर में स्ट्राइक करने की अनुमति दी वर्ना ये आईपीएल में उनका पांचवां क्या हो सकता था। वार्नर ने विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली होती अगर वह कल रात मुंबई में मील का पत्थर हासिल करने में कामयाब हो जाते।
अंक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंची टीम
वार्नर कहते हैं, "विकेट अच्छा था जिस पर आप पहले बैटिंग करो या बाद में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे यहां कुछ सफलता मिली है और मैं जानता हूं अगर अपने शॉट्स खेलता हूं तो यह फिर मिलेगी। मैं गैप में बॉल को हिट करने के बारे में नहीं सोचा, केवल हिट करते हुए बॉल को देखा, ये बल्ले पर सही आ रही थी।"
दिल्ली कैपिटल्स अब अंक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच चुकी है क्योंकि उनके 10 मैचों में 10 अंक हो चुके हैं। इनका रन रेट अच्छा है लेकिन अभी प्लेऑफ की रेस कठिन है। इसलिए दिल्ली बाकी बचे चारों मैच जीतना चाहेगी ताकि दूसरा कोई झंझट अंतिम चार में बचे ही ना।
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