IND vs SA: क्या कप्तान के रूप में फेल रहे हैं केएल राहुल, गौतम गंभीर ने गिनाई खामियां
नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही द्विपक्षीय सीरीज में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल को जिम्मेदारी में प्रमोशन मिला है, जिसके तहत पहले उन्हें सीमित ओवर्स प्रारूप का उपकप्तान बनाया गया था लेकिन रोहित शर्मा के चोटिल होने के बाद टेस्ट प्रारूप में भी उपकप्तान की जिम्मेदारी दी गई। चयनकर्ताओं को उम्मीद थी कि एनसीए में रिहैब कर रहे रोहित शर्मा साउथ अफ्रीका दौरे पर खेली जाने वाली वनडे सीरीज के लिये फिट होकर वापसी कर लेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका और चयनकर्ताओं ने केएल राहुल को वनडे टीम की कमान सौंप दी। वनडे प्रारूप का कप्तान चुने जाने की खबर सामने आये अभी दो दिन ही बीते थे कि जोहान्सबर्ग में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच से विराट कोहली को पीठ में खिंचाव के चलते बाहर बैठना पड़ा।
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विराट कोहली की गैर मौजूदगी में केएल राहुल वनडे प्रारूप से पहले टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी में डेब्यू कर गये, हालांकि यह मैच उनके लिये यादगार नहीं रहा। जिस मैदान पर भारतीय टीम 29 सालों में कोई टेस्ट मैच नहीं हारी थी उस मैदान पर केएल राहुल की कप्तानी में भारत को हार का सामना करना पड़ा। जोहान्सबर्ग टेस्ट में भारतीय टीम की हार के बाद सोशल मीडिया पर केएल राहुल की कप्तानी को लेकर काफी सवाल भी किये गये।
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जोहान्सबर्ग में भारत ने मिस की कोहली की कप्तानी
इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने केएल राहुल की कप्तानी को लेकर फैसला सुनाया और बताया कि जोहान्सबर्ग टेस्ट के दौरान उनकी कप्तानी में क्या खामियां देखने को मिली। उल्लेखनीय है कि भारतीय चयनकर्ता केएल राहुल को अगले कप्तान के रूप में तैयार करने की ओर देख रहे हैं, इसी वजह से उन्होंने रोहित शर्मा को टीम का कप्तान तो केएल राहुल को उपकप्तान बनाया है ताकि वो आने वाले समय में टीम की कमान संभाल सकें।
स्टार स्पोर्टस के साथ जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच में मिली हार पर बात करते हुए गंभीर ने कहा,'भारतीय टीम ने विराट की खराब फॉर्म के बावजूद अपने बैटर और कप्तान कोहली को मिस किया। स्टीव स्मिथ, जो रूट, केन विलियमसन, रोहित शर्मा ये वो बल्लेबाज जिन्हें आप किसी भी मैच में मिस नहीं करना चाहते हैं। इन खिलाड़ियों का विकल्प ढूंढना काफी मुश्किल होता है फिर चाहे वो किसी भी फॉर्म में हों, आपको हमेशा उनसे बड़े रन की उम्मीद होती है। लेकिन हमने कप्तान कोहली को उनके अनुभव की वजह से मिस किया। वह टीम के साथ लंबे समय से हैं और जानते हैं कि कब चीजों को बदल सकते हैं।'
राहुल को बदलना होगा कप्तानी का तरीका
गंभीर ने इस दौरान केएल राहुल की कप्तानी पर भी बात की और कहा कि उन्हें लगता है कि जितने ज्यादा मौके मिलेंगे उनके लिये बेहतर है लेकिन उन्हें जल्द से जल्द सीखना होगा। गंभीर ने राहुल को कप्तानी में ज्यादा आक्रामकता लाने की सलाह दी है।
उन्होंंने कहा,'केएल राहुल मैदान पर जितना ज्यादा समय बितायेंगे उनके लिये सीखने का ज्यादा मौका बनेगा, हालांकि वो गलतियों से जितनी जल्दी सीखें उतना बेहतर हैं। यह ऐसा नहीं है कि उन्हें वनडे या टी20 प्रारूप की कमान संभालनी है, जिसमें टेस्ट की तुलना में कमान संभालना काफी आसान होता है। सीमित ओवर्स प्रारूप में आपको फील्ड पर ज्यादा ध्यान नहीं देना होता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको हर विकेट के लिये मेहनत करनी होती है। आपके हर निर्णय और विकल्प का बड़ा असर पड़ता है। जैसा कि बावुमा के मामले में हुआ, अगर उन्होंने स्लिप पर 3 फील्डर रखे होते तो पीछे कैच होते लेकिन डीप प्वाइंट पर खिलाड़ी रहकर उन्होंने डिफेंसिव माइंडसेट दिखाया, जिसके बारे में उन्हें बताया जाना चाहिये।'
अब तक अच्छा नहीं रहा है राहुल का कप्तानी रिकॉर्ड
गौतम गंभीर का मानना है कि केएल राहुल को अपनी कप्तानी में ज्यादा आक्रामक होने की दरकार है, जिसका मतलब उनके एटिट्यूड से नहीं बल्कि मैदान पर लेने वाले फैसलों, फील्ड प्लेसमेंट से है। गौरतलब है कि केपटाउन में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिये विराट कोहली टीम में वापसी करने वाले हैं लेकिन आने वाले समय में राहुल को कप्तानी करने का मौका मिलता नजर आयेगा। आपको बता दें कि केएल राहुल 2018 में पंजाब किंग्स की कमान संभालते हुए पहली बार कप्तानी की लेकिन इस दौरान उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। वह निजी तौर पर बल्लेबाजी में अच्छा करते नजर आये हैं लेकिन कप्तान के तौर पर उनकी टीम एक बार भी प्लेऑफ में जगह नहीं बना सकी है।