IND vs BAN: रोलर कोस्टर राइड में बांग्लादेश को मिली मंजिल, मिराज बने जबरदस्त जीत के हीरो
भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका में पहला वनडे मुकाबला जबरदस्त मैच साबित हुआ जहा पर मेहदी हसन मिराज ने तब गजब की पारी खेल दी जब मैच भारत के पाले में पूरी तरह से झुक गया था और एक ही विकेट जीत के लिए चाहिए था।
भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला दोनों टीमों के लिए रोलर कोस्टर राइड साबित हुआ जहां पर बाजी टाइगर्स के हाथ लगी। 41.2 ओवर में 186 रन बनाकर आउट हुई भारतीय टीम के सामने बांग्लादेश ने टारगेट को 46 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। एक के बाद एक गिरते विकेट के बीच मिराज ने 10वें विकेट के लिए मुस्ताफिजुर रहमान के साथ नाबाद 51 रनों की साझेदारी करके भारतीय खेमे को मायूस कर दिया। मिराज ने इस दौरान पॉवरप्ले का पूरा फायदा उठाया और 39 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेल दी। ये एक यादगार वनडे इतिहास की जीत के तौर पर गिनी जाएगी क्योंकि पिच बेहद ही मुश्किल थी और लो-स्कोरिंग मुकाबले में भारतीय गेंदबाज आग उगल रहे थे लेकिन मिराज की कुछ और ही योजनाएं थी। इसके साथ ही बांग्लादेश तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 से आगे हो गया है।
बल्लेबाजों को तंग करती रही पिच
इस मैच में पिच दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों को तंग करती रहा जहां पर तेज गेंदबाजों को मूवमेंट और स्पिनर को टर्न मिल रहा था। पिच पर भारतीय गेंदबाजीं कहीं ज्यादा शानदार साबित हुई और बांग्लादेश छोटे से टारगेट का पीछा करते हुए कभी भी सहज नहीं नजर आया। उन्होंने पारी की शुरुआत की पहली गेंद पर नजमुल होसैन शंटो के तौर पर पहला विकेट गोल्डन डक पर खो दिया। उनको दीपक चाहर ने ऑफ स्टंप पर छकाकर स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराया।
वाशिंगदन सुंदर ने कराई भारत की वापसी
इसके बाद कप्तान लिटन दास और अनामुल हक ने पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हुए संभली हुई बैटिंग की लेकिन सिराज की गेंद पर लेग साइड पर ढीला शॉट खेलना हक को भारी पड़ा और वे 14 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद दास ने शाकिब अल हसन के साथ बढ़िया साझेदारी करके भारत को मैच से बाहर करने की कोशिश की लेकिन दास (41) और शाकिब (29) के विकेट लेकर वाशिंगदन सुंदर ने सुनिश्चित किया कि भारत मैच से बाहर कहीं नहीं जा रहा है। इस दौरान विराट कोहली ने आगे बढ़कर खेल रहे शाकिब का बेहतरीन कैच लिया।
शार्दुल ठाकुर और सिराज के विकेटों ने भारत को जीत की महक दी
अब भारत के सामने केवल मुश्फिकर रहीम और महमदुल्लाह की खतरनाक और अनुभवी जोड़ी बाकी थी। इन दोनों ने काफी गेंदों को खेलकर टीम इंडिया के खेमे को फिर से बेचैन कर दिया। लेकिन जब दोनों को आगे बढ़कर बांग्लादेश को फ्रंट फुट पर रखना तब महमदुल्लाह शार्दुल ठाकुर की गेंद पर पगबाधा हो गए। उन्होंने 35 गेंदों पर 14 रन बनाए। फिर अगली ही गेंद पर मुश्फिकर रहीम भी बोल्ड हो गए। ये अगली गेंद सिराज के ओवर के नाम थी जिस पर कट करने के प्रयास में मुश्फिकर रहीम 18 रन बनाकर बोल्ड हो गए। यहां से तय हो गया कि बांग्लादेश को अब जीतने के लिए चमत्कार करना होगा।
कुलदीप सेन ने रही-सही कसर पूरी कर दी
लेकिन फिर कुलदीप सेन ने चमत्कार किया और एक के बाद एक विकेट लेकर रही सही कसर पूरी कर दी। कुलदीप ने पहले अफीफ होसैन को 6 रनों पर सिराज के हाथों कैच आउट कराया और फिर इबादत होसैन को भी जीरो के स्कोर पर हिट विकेट कर दिया। इसके बाद मेहदी हसन मिराज ने कुलदीप सेन को टारगेट करते हुए पॉवरप्ले का फायदा उठाते हुए दो छक्के लगाकर दर्शकों का मनोरंजन किया। इसके बाद मैच में जबरदस्त ड्रामा तब देखने को मिला जब पॉवरप्ले का पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रहे मिराज को ऊंचा कैच विकेटकीपर केएल राहुल ने छोड़ दिया।
केएल राहुल ने छोड़ कैच और पलट गया पूरा मैच
हद तब हो गई जब दीपक चाहर ने मिराज को नो-बॉल फेंक दी। फिर मिराज ने तीन चौके देखते ही देखते लगा दिए और मैच में फिर से बांग्लादेश वापस आ गया। मिराज इसके साथ ही 29 गेंदों पर 25 रन बनाकर खेल रहे थे। यहां से मिस-फिल्डिंग का जो दौर शुरू हुआ उसने साबित कर दिया भारतीय खिलाड़ी प्रैशर में किस तरह से ताश के पत्तों की तरह बिखरते हैं। ना केवल कैच छोड़े गए बल्कि मिस फिल्डिंग से बाउंड्री भी दी। इस दौरान फेंकी गई नो-बॉल्स ने भी भारत की मदद नहीं की। कुल मिलाकर अंतिम क्षणों में मेहदी हसन मिराज बांग्लादेश की जीत के हीरो बने जिन्होंने 39 गेंदों पर 38 रनों की नाबाद पारी खेली।
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