डूरंड कप जीतने के बावजूद सरेआम बेइज्जत हुए सुनील छेत्री, वीडियो देख फूटा लोगों का गुस्सा
रविवार को इंडियन ऑयल डूरंड कप का फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मैच को सुनील छेत्री की कप्तानी वाली बेंगलुरू एफसी ने अपने नाम किया। इस जीत के बाद से ही सुनील छेत्री और उनकी टीम को हर तरफ से बधाइयां दी जा रही है।
नई दिल्ली, 19 सितंबर। रविवार को इंडियन ऑयल डूरंड कप का फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मैच को सुनील छेत्री की कप्तानी वाली बेंगलुरू एफसी ने अपने नाम किया। इस जीत के बाद से ही सुनील छेत्री और उनकी टीम को हर तरफ से बधाइयां दी जा रही है। मुंबई सिटी एफसी को 2-1 से हराकर बेंगलुरू एफसी की टीम ने यह बड़ी उपलब्धि अपने नाम की। लेकिन इस कप को जीतने के बाद सुनील छेत्री के साथ जो हुआ उसका अंदाजा शायद ही किसी ने लगाया होगा।
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सरेआम हुई सुनील छेत्री की बेइज्जती
दरअसल, इस जीत के बाद जब सुनील छेत्री ट्रॉफी लेने के लिए स्टेज पर गए तो सरेआम उनकी बेइज्जती कर दी गई है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ला गणेशन ट्रॉफी लेकर तस्वीर खिंचवाने में इतने व्यस्त थे कि उन्होंने छेत्री को धक्का दे दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फैंस इस पर लगातार अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
आकाश चोपड़ा ने बताया शर्मनाक
आकाश चोपड़ा नेइस घटना को शर्मनाक करार देते हुए सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। सुनील छेत्री के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वो फुटबॉल प्रेमियों को बिल्कुल रास नहीं आ रहा है। छेत्री के अलावा फाइनल मैच में टीम के लिए गोल करने वाले बेंगलुरु एफसी के शिवा शक्ति नारायणन को भी समारोह के दौरान एक मेहमान द्वारा धकेला गया। जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
मुंबई को हराकर जीता था खिताब
बता दें कि मुंबई की टीम सिर्फ एक गोल से इस मुकाबले को हार गई। शिवा शक्ति और ब्राजीलियाई एलन कोस्टा ने बेंगलुरू एफसी के लिए कमाल का प्रदर्शन किया। इन दोनों ही खिलाड़ी ने टीम के लिए एक-एक गोल किए। इस रोमांचक मुकाबले में आखिरी मिनट तक दोनों टीमें ट्रॉफी के लिए लड़ती रहीं, लेकिन अंत में खिताब बेंगलुरू के पक्ष में जाकर गिरा। इस जीत की खुशी से ज्यादा बेंगलुरू एफसी के फैंस को अपने खिलाड़ियों के साथ हुए अपमान का गुस्सा है।