गर्मी से बचाने के लिए गडरिये ने भेड़ों को 40 फीट ऊंचे पुल से नदी में फेंका, देखें Sheep का वायरल Video
बूंदी में गर्मी से बचाने के लिए गडरिये ने भेड़ों को 40 फीट ऊंचे पुल से नदी में फेंका, जानिए फिर क्या हुआ?
बूंदी, 8 जून। राजस्थान भीषण गर्मी की चपेट में है। अप्रैल से शुरू हुआ लू का सिलसिला जून में भी जारी है। गर्मी से आमजन ही नहीं बल्कि मवेशी भी हलकान हैं। भेड़ों को गर्मी से बचाने के लिए राजस्थान के बूंदी जिले में गडरियों ने अनूठा व जोखिमभरा कदम उठाया है।
पुल से ही भेड़ों को नदी में फेंक दिया
दरअसल, गडरियों ने एक पुल से ही भेड़ों को नदी में फेंक दिया ताकि वे नहा लें और उन्हें गर्मी से राहत मिल सके। हालांकि पुल से भेड़ों को नदी में फेंकना जोखिमभरा कदम था। गनीमत यह रही कि सारी भेड़ पानी में नहाने के बाद तैरते हुए बाहर आ गईं।
लाखेरी इलाके में नदी पर रोटेदा पुल
हुआ यूं कि बूंदी जिले के लाखेरी इलाके में नदी पर रोटेदा में पुल बना हुआ है। कई गडरिए अपनी भेड़ों के झुंड को लेकर पुल पर पहुंचे और देखते ही देखते भेड़ों को इस चालीस फीट ऊंचे पुल से ही नदी के पानी में फेंकना शुरू किया। यह देख राहगीरों को भी अचम्भा हुआ। उन्होंने गडरियों से भेड़ों को नदी में फेंकने की वजह पूछी तब माजरा समझ आया।
अधिकतम तापमान 45 डिग्री के आस-पास
गडरियों ने राहगीरों को बताया कि इन दिनों अधिकतम तापमान 45 डिग्री के आस-पास बना हुआ है। लू भी चल रही है। भेड़ों के शरीर पर ऊन भी होती है। इस वजह से उन्हें ज्यादा गर्मी लगती है। भेड़ों को गर्मी से बचाने के लिए नदी के पानी में फेंका है।
ड़ों को नदी के पानी में ले जाते तो ये जाती नहीं
पुल के नीचे जाकर भेड़ों को नदी के पानी में ले जाते तो ये जाती नहीं। इसलिए पुल से बड़ी सावधानी से फेंका है। ऊन की वजह से भेड़ पानी में डूबती नहीं है। तैरते हुए सारी भेड़ सकुशल नदी के पानी से बाहर आ गई। पानी में नहाने के कारण उन्हें गर्मी से राहत मिली।
उफ्फ ये गर्मी...राजस्थान में भेड़ स्विमिंग करते हुए... तस्वीरें..... बूंदी जिले के लाखेरी क्षेत्र की है... गर्मी में भेड़ों को राहत देने के लिए पालक ऐसे स्नान करवा रहे हैं... pic.twitter.com/N4DVJqnMgy
— jitesh jethanandani (@jethanandani14) June 8, 2022
राजस्थान हीटवेव का हॉट स्पॉट
बता दें कि इन दिनों भी राजस्थान हीटवेव का हॉट स्पॉट बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में बीते तीन माह मार्च, अप्रेल और मई में 51 दिन तक लू चली है। इंसान तो पंखे-कूलर का सहारा लेकर गर्मी से राहत पा रहे हैं। वहीं, इन गडरियों ने अपनी भेड़ों को गर्मी से बचाने के लिए यह कदम उठाया।
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