दरोगा के पास नहीं थे हेलमेट और कागज, गांववालों ने पकड़ा तो काटना पड़ा खुद का चालान
रायबरेली। महाराजगंज कोतवाली में तैनात दरोगा को वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली करना महंगा पड़ा। कैड़ावा गांव के ग्रामीणों ने दरोगा से भी हेल्मेट और बीमा के कागजात के बारे में पूछा तो दरोगा रौब झाड़ने लगे। लेकिन स्वयं की गाड़ी के कागजात न होने पर दरोगा को खुद अपना ही गाड़ी का चालान काटना पड़ा। साथ ही सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में कई ग्रामीणों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मामला महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र का है। कोतवाली में तैनात दरोगा अशोक कुमार अपने साथ एक सिपाही एक होमगार्ड को लेकर कैड़ावा गांव के पास वाहन चेकिंग लगाए थे। बताया जाता है कि कैडावा में क्षेत्र पंचायत सदस्य राम सजीवन के यहां कोई पारिवारिक समारोह था जिसमें बड़ी तादाद में लोग बाइको से आ जा रहे थे इस पर दरोगा ने एक वाहन पर सवार तीन लोगों को रोका और बिना हेल्मेट लगाने, बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने आदि मामलों को लेकर पांच हजार रुपए के जुर्माने की रसीद काट दी।
मौके पर प्रधान देशराज भी पहुंच गए और उनकी दरोगा अशोक कुमार से बहस होने लगी। प्रधान ने कहा कि वाहन चेकिंग मुख्य सड़कों पर लगाया जाता है न कि ग्रामीण इलाकों में। उन्होंने यह भी कहां कि आप भी हेलमेट नहीं लगाए हैं अपने ऊपर जुर्माना क्यों नहीं काटते? इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई बताते हैं कि मामला इतना गर्मा गया कि बड़ी तादाद में ग्रामीण इकट्ठा होकर दरोगा की हूटिंग करने लगे। वहीं, इस मामले में सीओ विनीत सिंह ने बताया कि चेकिंग के दौरान सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में कई ग्रामीणों के खिलाफ लिखा जा रहा है। जो लोग दरोगा से बदतमीजी की है उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है।
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