जब 5 पुलिसवालों ने दी मूसेवाला को AK-47 चलाने की ट्रेनिंग, सिंगर के बारे में ये बातें नहीं जानते होंगे आप
जब 5 पुलिसवालों ने दी मूसेवाला को AK-47 चलाने की ट्रेनिंग, सिंगर के बारे में ये बातें नहीं जानते होंगे आप
नई दिल्ली, 31 मई: मशहूर पंजाबी सिंगर-रैपर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है। सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम को मनसा जिले के जवाहरके गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सिद्धू मूसेवाला का असल नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। लेकिन वह सिद्धू मूसेवाला के नाम से लोकप्रिय थे। पंजाब के मानसा के मूसा गांव के एक किसान परिवार से सिद्धू मूसेवाला संबंध रखते थे। लेकिन मूसेवाला का विवादों से पूराना नाता रहा है। एक बार पुलिसवालों द्वारा उनको AK-47 राइफल चलाने का वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसके बाद पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया गया था। आइए जानें सिद्धू मूसेवाला के बारे में वैसी बातें... जो नहीं जानते होंगे आप।
सिंगर बनने से पहले इलेक्ट्रिकल इंजीनियर सिद्धू मूसेवाला
सिंगर बनने से पहले सिद्धू मूसेवाला एक एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, जिन्होंने 2016 में लुधियाना के गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से स्नातक किया था। लेकिन कॉलेज खत्म होने के बाद वह कनाडा चले गए जहां उनका पहला गाना 2017 की शुरुआत में जारी किया गया था।
मूसेवाला के पिता किसान और मां सरपंच हैं
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी और किसान हैं, जबकि मां चरण कौर मूसा गांव की सरपंच हैं। उन्होंने दिसंबर 2018 में 600 मतों के अंतर से चुनाव जीता था।
5 पुलिसकर्मी दे रहे थे मूसेवाला को AK-47 चलाने की ट्रेनिंग
मूसेवाला अक्सर अपने गानों के जरिए गन कल्चर को बढ़ावा देने के लिए विवादों में घिरे रहते थे। मई 2020 में, मूसेवाला की दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। एक वीडियो में पांच पुलिसकर्मी थे और एके-47 के साथ मूसेवाला को ट्रेनिंग देते हुए दिखाया गया था। वहीं एक दूसरे वीडियो में मूसेवाला को निजी पिस्तौल दिखाते हुए देखा गया था।
पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड, मूसेवाला पर चला केस
एके-47 की ट्रेनिंग देने वाली वीडियो वायरल होने के बाद 19 मई 2020 को छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। बरनाला पुलिस ने मूसेवाला पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया था क्योंकि घटना बरनाला में हुई थी। जुलाई 2020 में मूसेवाला को नियमित जमानत मिली और बाद में जांच में शामिल हुए।
इस गाने को लेकर भी हुआ विवाद
उस वर्ष 2020 जून में नाभा में काले रंग के चश्मे का उपयोग करने के लिए मूसेवाला पर जुर्माना भी लगाया गया था। मूसेवाला ने बाद में जुलाई 2020 में एक गाना 'संजू' जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा सम्मान के बैज की तरह है।
पंजाबी गाने में खालिस्तान का किया था महिमामंडन
दिसंबर 2020 में मूसेवाला एक बार फिर अपने गीत 'पंजाब' को लेकर विवादों में रहे, जिसमें उन्होंने खालिस्तान अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन किया।
मार्च 2020 की पहली कोविड लहर के दौरान, मूसेवाला ने एक गीत 'ग्वाचेया गुरबख्श' जारी किया था, जिसमें उन्होंने गुरबख्श सिंह का मजाक उड़ाया था, जो इटली से पंजाब आए थे और पंजाब की पहली कोविड मौत और एक 'सुपर स्प्रेडर' भी बन गए थे। एक कोविड पीड़ित को ताना मारने के लिए उनकी आलोचना की गई थी।
चुनाव हारने के बाद मूसेवाला ने 'बलि का बकरा' गाना किया था जारी
मनसा से हालिया विधानसभा चुनाव हारने के बाद मूसेवाला ने 'बलि का बकरा' गाना जारी किया था जिसमें उन्होंने मतदाताओं को देशद्रोही बताया। इसके बाद आप ने पलटवार करते हुए उन पर मतदाताओं का अपमान करने का आरोप लगाया। कांग्रेस की टिकट पर मनसा विधानसभा सीट से मूसेवाला चुनाव लड़े थे लेकिन वह आप के उम्मीदवार से हार गए थे।